बैडमिंटन : ‘यंग चैम्प्स’ प्रोग्राम के लिए चुने गए दिल्ली के वंश
मुम्बई, 21 जनवरी (आईएएनएस)| दिल्ली के वंश देव आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस ‘यंग चैम्प्स’ प्रोग्राम में चुने गए सात प्रतिभाशाली बच्चों में अपना नाम दर्ज कराने में सफल हुए हैं।
इन सातों बच्चों को भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच और दिग्गज खिलाड़ी रहे पुलेला गोपीचंद की अकादमी में दो साल का पूर्णकालिक आवासीय प्रशिक्षण मिलेगा।
वंश के अलावा इन बच्चों में अभिनव गर्ग ( बेंगलुरू), नैशा कौर भाटोये (मुंबई), आर. स्फूर्ति ( हैदराबाद), साक्षी प्रकाश (दुबई), शनय के. पटेल (अहमदाबाद), शौर्या किरण ( हैदराबाद) के नाम शामिल हैं।
इन बच्चों को पुलेला गोपीचंद अकादमी में कड़ी ट्रेनिंग के बाद चुना गया है। आईडीबीआई फेडरल का यह कार्यक्रम जमीनी स्तर पर बैडमिंटन को लेकर शुरू किया गया पहला कार्यक्रम है जिसकी शुरुआत दिसंबर-2017 में हुई थी।
इस कार्यक्रम का मकसद युवाओं में बैडमिंटन का प्रचार-प्रसार करना और देश से चैम्पियन बैडमिंटन खिलाड़ी निकालना है। शुरुआत में पूरे भारत और विदेशों से तकरीबन 1000 वीडियों एंट्रीस आई थीं। इनमें से सिर्फ 26 बच्चों को चुना गया। इसके बाद 14 बच्चों को चार सप्ताह तक के लिए चुना गया और अकादमी में ट्रेनिंग दी गई। इन 14 में से कुल सात बच्चों को फाइनल में राउंड में चुना गया।
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विग्नेश शाहाने ने कहा, “इस कार्यक्रम का लक्ष्य जमीनी स्तर से प्रतिभाशाली बच्चों को चुनना और उन्हें बैडमिंटन को करियर के तौर पर लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। गोपी और उनकी टीम उन बच्चों का मार्गदर्शन करेगी। हमें उम्मीद है कि इन युवाओं में कल के सितारें निकलेंगे।”
भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच और आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस ‘यंग चैम्प्स’ प्रोग्राम के मुखिया गोपीचंद ने कहा, “आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस ‘यंग चैम्प्स’ जैसे कार्यक्रमों के दम पर ही हम अपने देश में खिलाड़ियों को बना पा रहे हैं। मैं इस कार्यक्रम से जुड़कर काफी खुश हूं।”