स्मृति ईरानी विपक्ष पर हमले के लिए भाजपा का प्रमुख चेहरा?
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| क्या केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस का प्रतिकार करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का प्रमुख चेहरा हैं?
केंद्र सरकार में बतौर मंत्री उत्थान-पतन का दौर देख चुकीं स्मृति ईरानी इन दिनों विपक्ष से मुकाबले के लिए अपने तरकस में तीर सजा चुकी हैं और वह भाजपा के लिए खासतौर से कांग्रेस पर हमले के लिए प्रमुख चेहरे के रूप में उभरी हैं।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था, मगर बाद में उनका कद छोटा करके उन्हें कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।
हाल ही में ईरानी को कांग्रेस पर धारदार हमले के लिए प्रवक्ता बनाया गया है, क्योंकि वह हाजिरजवाब और स्पष्टवक्ता हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में ईरानी ने कांग्रेस के गढ़ अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती दी थी। नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों पर आरोपों के संबंध में भाजपा की ओर से हमला करने में वह हमेशा मुखर रही हैं।
विवादित राफेल विमान सौदे को लेकर सरकार पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर उन्होंने कई बार स्पष्ट तरीके से पार्टी का नजरिया पेश किया है।
भाजपा ने शुक्रवार को पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर पलटवार करने के लिए ईरानी को उतारा। चिदंबरम ने फ्रांस से राफेल विमान खरीद के सौदे से संबंधित एक अखबार की रपट को लेकर भाजपा पर हमला किया था।
हाल ही में प्रधानमंत्री को फिलिप कोटलर प्रेसीडेंशियल अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर राहुल गांधी द्वारा किए गए उपहास का ईरानी ने करारा जवाब दिया था।
गांधी ने कहा था कि अवार्ड इतना प्रसिद्ध है कि उसका कोई जूरी नहीं है और यह पहले कभी किसी को नहीं दिया गया। इस पर पलटवार करते हुए ईरानी ने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को कांग्रेस के शासन के दौरान उनकी अपनी ही सरकार ने भारत रत्न से सम्मानित किया था।
उन्होंने कहा, “आरोप उस व्यक्ति द्वारा लगाया गया है, जिसके लब्धप्रतिष्ठित परिवार ने खुद को भी भारत-रत्न प्रदान करने का निर्णय लिया।”
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में तीन तलाक विधेयक जैसे भाजपा के महत्वपूर्ण मुद्दे पर बहस के दौरान पार्टी ने ईरानी को एक प्रमुख वक्ता के तौर पर पेश किया।
राफेल सौदे पर बहस के दौरान भी राहुल गांधी ने जब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और मोदी को अक्षम बताया तो ईरानी ने उनको करारा जवाब दिया।
कांग्रेस ने जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर उनके बेटे की कंपनी के कारोबार में 16,000 गुना वृद्धि का आरोप लगाया था, तब भी भाजपा ने उनके बचाव में ईरानी को उतारा था।
सबसे पहले उन्होंने ही राहुल गांधी पर ट्विटर पर उनकी बढ़ती लोकप्रियता की आलोचना की थी।
ईरानी उस समय सूचना और प्रसारण मंत्री थीं। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से बताया कि रिट्वीट विदेशों में स्थित फर्जी अकाउंट से किए जाते हैं।
उन्होंने विपक्ष द्वारा उठाए गए नोटबंदी, नौकरी और किसानों की समस्या जैसे सभी मुद्दों पर मुखरता से भाजपा के विचार पेश किए हैं।
ईरानी 2003 में भाजपा में शामिल हुई थीं और वह 2011 में राज्यसभा सदस्य बनीं। पार्टी में उनका कद उस समय काफी बड़ा हो गया, जब 2014 में भाजपा की अगुवाई में बनी सरकार में उनको मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया।
भाजपा की महिला शाखा की प्रमुख, विजया रहाटकर ने आईएएनएस से कहा, “उनकी अब तक की यात्रा प्रेरणादायी है। वह परिश्रमी हैं। उन्होंने कभी संघर्ष से मुंह नहीं मोड़ा। वह जुझारू हैं। उनको अंग्रेजी पर काफी पकड़ है और उनके विचार स्पष्ट हैं। उनका आगे बढ़ना महिलाओं के लिए प्रेरणास्पद है।”
भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा, “वह तेजतर्रार नेता हैं और उनके पास अच्छी राजनीतिक सूझबूझ है। वह जिन पदों पर रहीं, वहां उन्होंने अपने को साबित किया है।”