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लोकसभा चुनाव से पहले Whatsapp बना राजनीतिक पार्टियों का सिरदर्द, अब नहीं कर पाएंगे…
किसी भी तरह के हिंसक मैसेज को रोकने के लिए WhatsApp के एक अकाउंट से एक मैसेज को सिर्फ पांच लोगों को फॉरवर्ड कर सकते हैं। इसकी संख्या में कमी की वजह से पॉलिटिकल पार्टियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उनकी कैंपेनिंग स्ट्रेटजी पर इसका सीधा असर पर रहा है, वो एक साथ किसी को मैसेज नहीं भेज पाते।
WhatsApp अधिकारियों के मुताबिक उनके पास ‘Best in class Spam Detection Technology’ है। इसके चलते वो ऐसे अकाउंट को ब्लॉक कर सकते हैं जो अनचाहे या ऑटोमेटेड मैसेज भेज रहे हों। बता दें कि पिछले दस दिनों में 1 लाख से ज्यादा अकाउंट ब्लॉक हो चुके हैं।
चुनावी मैजेज द्वारा अगर कोई हिंसा फैलाई जाती है तो उसको पकड़ कर IPC की धारा 505 के तहत तीन साल की जेल भी हो सकती है। आगे अभी इसमें और सिक्योरिटी आने वाली है।