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कर्नाटक : 2 निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लिया(

बेंगलुरू, 15 जनवरी (आईएएनएस)| जनता दल(सेकुलर)-कांग्रेस की सात महीने पुरानी गठबंधन सरकार को झटका देते हुए दो निर्दलीय विधायकों -आर. शंकर और एच. नागेश- ने मंगलवार को कहा कि वे सरकार से अपना समर्थन वापस ले रहे हैं। हवेरी जिले की राणेबेन्नुर विधानसभा सीट से विधायक शंकर क्षेत्रीय कर्नाटक प्रग्नवंता जनता पार्टी से संबद्ध हैं, वहीं नागेश कोलार जिले की मुलबागल विधानसभा सीट से विधायक हैं।

शंकर ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने जद(एस)- कांग्रेस सरकार को अपना समर्थन अच्छी सरकार की उम्मीद से दिया था, लेकिन मुझे निराशा मिली।”

दोनों निर्दलीय विधायकों ने कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई आर. वाला को भेजे समर्थन वापसी के अपने पत्र को मीडिया से साझा किया।

मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में वन मंत्री रहे शंकर को पिछले साल 22 दिसंबर को मंत्रिमंडल के पुनर्गठन और विस्तार के दौरान मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था।

मंत्री पद से हटाए जाने से पहले ही उन्होंने मंत्रालय के आधिकारिक लेटर पैड पर राज्यपाल से समर्थन वापस लेने की जानकारी दी थी।

दोनों विधायकों ने अपना समर्थन गठबंधन साझेदारों जद(एस), कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त को लेकर जारी राजनीतिक घमासान के बीच लिया है। कांग्रेस आरोप लगा रही है कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ रही है।

संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.सी. वेणुगोपाल ने भाजपा पर विधायकों की खरीदन-फरोख्त करने का आरोप लगाया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.सी. वेणुगोपाल ने पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं संग बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “कुमारस्वामी सरकार को कोई खतरा नहीं है, लेकिन भाजपा, विधायकों को खरीदकर सरकार को अस्थिर करने का बुरी तरह प्रयास कर रही है।”

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के प्रत्येक विधायक को रुपयों से तोड़ने के लिए उनसे संपर्क कर रही है।

दो विधायकों के समर्थन वापस लेने पर कांग्रेस नेता और उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वरा ने भाजपा पर स्थिर सरकार को गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।

परमेश्वरा ने संवाददाताओं से कहा, “भाजपा धनबल से विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है। उनका लक्ष्य सरकार गिराना है, लेकिन हमें अपनी सरकार बरकरार रहने का विश्वास है, क्योंकि हमें सभी विधायकों का समर्थन प्राप्त है।”

कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा में अध्यक्ष समेत कांग्रेस के 80 विधायक, जद (एस) के 37 और भाजपा के 104 विधायक हैं।

भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता वामनाचार्य ने खरीद-फरोख्त के आरोपों का खंडन किया, हालांकि उन्होंने अपने 104 विधायकों में से 99 विधायकों को राष्ट्रीय राजधानी से सटे गुरुग्राम स्थित एक निजी रिसोर्ट में ठहरा रखे हैं।

उन्होंने आईएएनएस से कहा, “99 विधायक एक निजी रिसोर्ट में हैं, वहीं अन्य पांच विधायक दिल्ली में हैं और हमारे संपर्क में हैं।”

 

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