आस्ट्रेलियन ओपन : पहले दौर से ही बाहर हुए मरे
मेलबर्न, 14 जनवरी (आईएएनएस)| पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 ब्रिटेन के एंडी मरे साल के पहले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट आस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर में ही हार कर बाहर हो गए हैं। मरे को सोमवार को पुरुष एकल वर्ग के मैच में स्पेन के रोबेर्ट बतिस्ता अगुट ने एक बेहद रोमांचक और मैराथन मुकाबले में मात दी।
बतिस्ता ने पूर्व विजेता मरे को 6-4, 6-4, 6-7 (5-7), 6-7 (4-7), 6-2 से मात देते हुए अगले दौर में प्रवेश किया।
स्पेनिश खिलाड़ी के लिए हालांकि यह उलटफेर करना आसान नहीं रहा। उन्हें इस मैच को जीतने में चार घंटे नौ मिनट का समय लगा।
बतिस्ता ने पहले दो सेट जीत मरे को हार की तरफ धकेल दिया था लेकिन ग्रेट ब्रिटेन के इस दिग्गज ने अगले दो सेटों में बेहतरीन वापसी करते हुए मैच को तीसरे सेट में पहुंचा दिया। आखिरी सेट में भी मरे ने दम दिखाया लेकिन चोटों से ग्रस्त यह दिग्गज स्पेनिश खिलाड़ी के सामने टिक नहीं सका।
बतिस्ता दूसरे दौर में आस्ट्रेलिया के जॉन मिलमैन से भिड़ेंगे जिन्होंने पहले दौर के मैच में अर्जेटीना के फ्रेडेरिको डेलबोनिस को चार सेटों तक चले मुकाबले में 6-3, 3-6, 7-6 (7-3), 6-2 से मात दी।
मरे ने इस टूर्नामेंट से पहले कहा था कि वह इस साल टेनिस को अलविदा कह देंगे, इस लिहाज से यह उनका आखिरी आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट था। मरे आखिरी सेट में भावुक नजर आए और मैच गंवाने के बाद पूरे स्टेडियम ने खड़े होकर ताली बजा कर उनते आस्ट्रेलियन ओपन से विदाई दी।
मरे ने मैच के बाद कहा, “मैंने यहां खेलने का लुत्फ उठाया है। यह टेनिस खेलने के लिए शानदार जगह है। अगर यह मेरा आखिरी मैच है तो यह अच्छा अंत है। मैंने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। यह आज काफी नहीं था।”
मरे ने सभी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “आप सभी का मेरा साथ देने के लिए शुक्रिया। मेरी टीम, मेरा परिवार और जिन्होंने मेरे करियर में मुझे आगे जाने में मदद की उसके लिए शुक्रिया।”
मरे ने हालांकि कहा कि वह वापसी कर सकते हैं लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है। उन्होंने कहा, “हो सकता है आप मुझे यहां दोबारा देखें। मैं इसके लिए हर संभव कोशिश करूंगा। अगर मुझे आना होगा तो मुझे बड़े ऑपरेशान से गुजरना होगा। इसकी कोई गारंटी नहीं है कि मैं वापसी करूंगा या नहीं, लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।”
मरे ने अपने साथी खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “मैं भाग्यशाली भी रहा और दुर्भाग्यशाली भी कि मैं उस दौर में खेला जहां खेल के कई दिग्गज थे। रोजर फेडरर, राफेल नडाल, नोवाक जोकोविक सभी कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे हैं, लेकिन मैं सभी का सम्मान करता हूं।”