छग : जवान की राइफल, कारतूस चुराने वाला गिरफ्तार
दंतेवाड़ा, 12 जनवरी (आईएएनएस/वीएनएस)। जिले के बचेली में राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की लौह अयस्क खदान की सुरक्षा में तैनात एक सीआईएसएफ जवान की एके-47 राइफल और 30 चक्र कारतूस शुक्रवार को चोरी हो गए थे। पुलिस ने चोर को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। बचेली के थाना प्रभारी, सी.एल. आदित्य सिंह ने बताया, “आरोपी को लेकर बचेली पुलिस बिलासपुर गई है, जहां से चोरी हुई राइफल और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं। आरोपी ने हत्या की नीयत से घटना को अंजाम दिया था।”
पुलिस के अनुसार, “हथियार चुराने वाला शख्स सुरक्षा में तैनात इन्हीं जवानों का साथी निकला। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जवान मूल रूप से तमिलनाडु का रहने वाला है। उससे हथियार और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं। इसी के साथ इस जवान के बारे में और भी कई खुलासे हुए हैं। जिसका जल्द ही पुलिस अधीक्षक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से खुलासा करेंगे।”
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने शनिवार को बताया, “घटना की सूचना मिलने के बाद सभी सीसीटीवी फूटेज को स्कैन किया गया। इस दौरान एक फूटेज में चार जवान सामान लेकर बाहर जाते नजर आए। ये जवान छुट्टी पर जा रहे हैं, ऐसा बताया गया। इन जवानों से पूछताछ की गई। कॉन्स्टेबल पनीशरण के बैग की जब तलाशी ली गई तो उसमें गन का ऑयल और कपड़ा मिला। इसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ करने पर उसने गन चुराना स्वीकार कर लिया।”
उन्होंने बताया, “उसने बताया कि वह गन बिलासपुर में एक ठेकेदार को बेच चुका है। इसके बाद जब और ज्यादा पूछताछ हुई तो उसने बताया कि बिलासपुर में एनटीपीसी के अहाते के बाहर घनी झाड़ियों में उसने गन छिपाई है। उसने बताया कि वह इस गन को लेकर तमिलनाडु जाना चाहता था। जहां कुछ लोगों से उसकी पारिवारिक दुश्मनी थी। वह उनकी हत्या करना चाहता था।”
उन्होंने बताया, “आरोपी जवान का सर्विस रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि साल 2011 में नियम विरुद्ध कार्यशैली की वजह से उसे बीएसएफ की नौकरी से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उसने इस बात को छिपाते हुए साल 2012 में सीआईएसएफ में नौकरी जॉइन कर ली। उसके फोन खंगालने पर कई महिलाओं और लड़कियों से बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं। इसके साथ ही उसके नाम से कई बैंक खाते हैं और आय से कहीं अधिक खर्च का रिकॉर्ड मिला है। पुलिस अभी मामले की तहकीकात कर रही है।”