दिल्ली में खसरा-रूबेला अभियान 16 जनवरी से
नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)| दिल्ली में खसरा-रूबेला अभियान 16 जनवरी से शुरू होगा। पांच सप्ताह चलने वाले एमआर अभियान का उद्देश्य 9 माह से लेकर 15 साल तक आयुवर्ग के करीब 55 लाख बच्चों को कवर करना है।
इसमें दिल्ली के सभी 11 जिलों के प्रीस्कूल बच्चे, स्कूली बच्चे (सरकारी व निजी) और स्कूल से बाहर वाले बच्चे शमिल हैं। दिल्ली सरकार के परिवार कल्याण निदेशालय ने यूनिसेफ, डब्लयूएचओ और अन्य सहभागियों के सहयोग से दिल्ली में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान पर राष्ट्रीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का मकसद भारत में चल रहे खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान बावत मीडिया का संवेदीकरण करना और खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान को लेकर राज्य की तैयारियों के बारे में बताना था।
भारत 2020 तक खसरा के खात्मे और रूबेला नियंत्रण/कंजाइटल रूबेला सिंड्रोम (सीआरएस) के लिए प्रतिबद्ध है। दुनिया के अब तक के सब से बड़े टीकाकरण अभियान का उद्देश्य 9 माह से लेकर 15 साल की आयुवर्ग के अंदाजन 40 करोड़ बच्चों को कवर करना है। इस अभियान के दौरान बच्चों को खसरा-रूबेला (एमआर) का एक ही टीका दिया जाएगा।
वर्ष 2017 से जब से एमआरवी अभियान लांच किया गया, तब से अब तक इस अभियान के तहत 30 राज्यों व केंद्र शासित क्षेत्रों में करीब 20 करोड़ से अधिक बच्चे कवर किए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के उप कमिश्नर डा. प्रदीप हलदर ने कार्यशाला में कहा, “बच्चों की जिंदगियों और भविष्य को बचाने के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावशाली और किफायती तरीकों में से एक है। हाल ही में शुरू किया गया खसरा-रूबेला टीका, जोकि अभियान के दौरान स्कूलों, स्वास्थ्य सुविधाओं और आऊटरीच सेशन साइट पर मुफ्त मुहैया कराया जाएगा, हमारे लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक और कदम है।”
यूनिसेफ, लायनस क्लब, रोटरी क्लब, आईएमए, डीएमए और आईएपी ने दिल्ली में एमआर अभियान के प्रति अपनी-अपनी सपोर्ट का इजहार किया है।