Main Slide
बीरबल की मौत के बाद, अकबर ने उनके शव के साथ जो किया, वो हैरान कर देने वाला था
सन 1586 ईस्वी में अकबर की सल्तनत में युसुफजई समुदाय के लोगों ने अकबर के खिलाफ विद्रोह कर दिया। इस विद्रोह को शांत करने के लिए अकबर ने अपने वजीर जैन कोका खान के नेतृत्व में एक दल भेजा लेकिन यह दल हार गया और वापिस आ गया।
उसके बाद अकबर ने अपना दूसरा सैन्य दल बीरबल के नेतृत्व में भेजा। जब बीरबल युद्ध क्षेत्र में पहुंचा तो अन्य मुस्लिम राजाओं ने हिन्दू राजा के साथ युद्ध करने से मना कर दिया। लेकिन फिर भी बीरबल ने युद्ध किया इस युद्ध में बीरबल के साथ आठ हज़ार सैनीक लड़ रहे थे।
दुश्मन ने बीरबल की सेना के उपर गोले और बड़े पत्थरों से वार किया, जिसमे बीरबल और बीरबल की सेना दब कर मर गई। जब बीरबल के शव को खोजा गया तो बीरबल का शव कही नहीं मिला। तब अकबर ने सभी आठ हजार शवों को अग्नि द्वारा अंतिम संस्कार कर दिया ताकि बीरबल का भी अंतिम संस्कार हो सके।