निलंबित आप विधायक सुखपाल सिंह खैरा का पार्टी से इस्तीफा
नई दिल्ली, 6 जनवरी (आईएएनएस)| आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल के ‘तानाशाही रवैये’ का हवाला देते हुए पंजाब के निलंबित विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने रविवार को आप की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। खैरा ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, “मैं ‘आप’ की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा देने को विवश हूं, क्योंकि अन्ना आंदोलन के बाद इसे जिस आधार पर गठित किया गया था, पार्टी पूरी तरह से उन विचार व सिद्धांतों से भटक चुकी है।”
उन्होंने कहा, “मुझे यह कहते हुए खेद है कि आपके तानाशाही रवैये ने सड़ी-गली व्यवस्था के एक स्वच्छ पारदर्शी विकल्प के भारतीयों व पंजाबियों के सपने को चकनाचूर कर दिया है। इसके परिणामस्वरूप पार्टी के लगभग सभी मुख्य नेता प्रशांत भूषण से लेकर एच.एस.फुल्का ने या तो पार्टी छोड़ दी या आप ने उन्हें बाहर कर दिया।”
खैरा को पार्टी से नवंबर में निलंबित किया गया था। खैरा ने पंजाब के आप के नेता एच.एस.फुल्का के पार्टी छोड़ने के कुछ दिन बाद इस्तीफा दिया।
पत्र में खैरा ने लिखा है कि केजरीवाल सारे अधिकार अपने तक केंद्रित कर स्वराज के सबसे महत्वपूर्ण वादे से आसानी से मुकर गए।