राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलने वालों को नहीं बख्शेगा कानून : मोदी
बारीपदा (ओडिशा), 5 जनवरी (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी की तीखी आलोचना करते हुए शनिवार को यहां कहा कि 2004 और 2014 के बीच राष्ट्र की सुरक्षा से खेलने वालों में से किसी को भी कानून नहीं बख्शेगा। उन्होंने कहा कि 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में गिरफ्तार आरोपी बिचौलिया ब्रिटिश कारोबारी और उनके (राहुल, सोनिया) बीच संबंध हैं। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “देश के चौकीदार को हटाने के लिए ‘चोरों का समाज’ एक जुट हो रहा है, क्योंकि वह उनका भांडाफोड़ करके उनको पकड़ने वाला है।”
पार्टी या नेता का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि कांग्रेस जब 2004 और 2014 के बीच सत्ता में थी, तब उसने देश के रक्षाबल को कमजोर करने की साजिश की।
उन्होंने भारत की प्रथम महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्र को गुमराह करने और अपने मनोरंजन के लिए राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खेलने वालों की पोल खोली।
मोदी ने कहा, “2004 और 2014 के बीच उन्होंने देश के रक्षाबल को कमजोर करने की साजिश रची। देश अब इस बात को समझने लगा है। जब हमारी सरकार उनकी साजिश के जाल से देश के रक्षाबल को निकाल रही है तो उनको कांटे चुभ रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसका नेतृत्व सच से आहत है, क्योंकि उनकी पोल खुल रही है।
उन्होंने कहा, “हेलीकॉप्टर घोटाले का बिचौलिया और कांग्रेस के रहस्य का राजदार किश्चियन मिशेल के एक पत्र से खुलासा हुआ है कि उनकी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से गहरी दोस्ती है। उनको प्रधानमंत्री कार्यालय में फाइल (हेलीकॉप्टर सौदे की फाइल) की हरेक गतिविधि की जानकारी थी।”
उन्होंने कहा, “संभव है कि बिचौलिया उस समय के प्रधानमंत्री से भी ज्यादा जानता हो। उसको सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक की सारी जानकारी भी मिलती थी, जिसे वह विदेश भेजता था।”
उन्होंने कहा, “मुझे यह नहीं मालूम कि क्या कांग्रेस सरकार चलाती थी या मिशेल मामा का दरबार। मैं आज साफ-साफ बता देना चाहता हूं कि राष्ट्रहित के बजाए बिचौलिया के हित के लिए काम करने वाले सबके खिलाफ जांच होगी।”
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सख्त फैसले ले रही है। उन्होंने कहा, “मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जिन्होंने राष्ट्र के रक्षाबल के लिए नाइंसाफी की है, उनको इंसाफ के कटघरे में लाया जाएगा। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि कानून किसी को नहीं बख्शेगा।”
प्रधानमंत्री ने अपना भाषण भारत माता की जय और वंदे मातरम के घोष से शुरू किया और कहा कि इनकी जरूरत है, क्योंकि हमारे देश में कुछ लोगों को इन नारों से भी परेशानी होती है।
राहुल गांधी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के नेता पूछते हैं कि मोदी भारत माता की जय के नारों से लोगों का अभिनंदन क्यों करते हैं।
उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश में बनी नई सरकार को पूर्ण बहुमत भी नहीं मिला है और कांग्रेस की अगुवाई वाली त्रिशंकु विधानसभा में पहले ‘वंदे मातरम’ पर ही हमला किया गया।”
मोदी ने यह बात मध्यप्रदेश सरकार के उस आदेश के संदर्भ में कही, जिसमें हर महीने के प्रथम कार्य दिवस पर सचिवालय में ‘वंदे मातरम’ गाने के आदेश को रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, “इससे (आदेश) हंगामा शुरू हो गया और अब वे इसका समाधान तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रयासों से उनको ‘वंदे मातरम’ पर अपना आदेश वापस लेना पड़ा।
प्रधानमंत्री ने कहा, “दूसरा काम, उन्होंने भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए आपातकाल के खिलाफ संघर्ष करने वालों की पेंशन रोकने का किया। लेकिन उनको अब आपातकाल के सेनानियों की पेंशन भी दोबारा बहाल करनी होगी।”
मोदी ने ओडिशा सरकार की भी आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार महिला कल्याण को लेकर गंभीर नहीं है और केंद्र सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों का लाभ ओडिशा की महिलाओं को नहीं मिल रहा है।