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गणतंत्र दिवस परेड़-2019 में फिर शामिल होगी उत्तराखंड की झांकी, जानिए किस पर है आधारित

गणतंत्र दिवस परेड़-2019 में इस बार उत्तराखंड की झांकी सभी को आकर्षित करेगी। सूचना विभाग के उप निदेशक एवं राष्ट्रीय समारोह के नोडल अधिकारी केएस चैहान ने बताया है कि नई दिल्ली में आयोजित गणतन्त्र दिवस परेड में प्रतिवर्ष कई राज्यों की झांकियां शामिल होती हैं।

रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रतिवर्ष राज्य सरकारों व केन्द्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों, विभागों से झांकी के प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। इन प्रस्तावों का परीक्षण रक्षा मंत्रालय में गठित विशेषज्ञ समिति की ओर से निर्धारित मानकों के आधार पर किया जाता है और अंतिम रुप से चयनित झांकियों का निर्माण भी विशेषज्ञ समिति की देखरेख में ही किया जाता है।

 

केएस चैहान चैहान ने बताया,” इस वर्ष भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों को निर्देश दिए गए थे कि महात्मा गांधी जी की जयंती 150 वर्ष पूरे होने के मौके पर गणतंत्र दिवस की परेड़ की थीम महात्मा गांधी जी पर आधारित रखी जाए, जिसमें कई राज्यों में महात्मा गांधी जी के प्रवासी अवधि और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों से संबंधित झांकी को शामिल किया जाएगा, जिससे संबंधित झांकी का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा गया।”

भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओर से गठित विशेषज्ञ चयन समिति के समक्ष छः दौर की बैठक में प्रभावी ढंग से प्रस्तुतिकरण किया गया, जिसके बाद उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का अंतिम रूप से चयन किया गया।

झांकी का विषय ‘‘अनासक्ति आश्रम’’ रखा गया है। झांकी में देवभूमि उत्तराखण्ड में कौसानी, जिसको महात्मा गांधी जी ने ‘‘भारत का स्विटजरलैण्ड’’, कहा था, में स्थित ‘अनासक्ति आश्रम’ बहुत ही शांतिपूर्ण स्थान है। महात्मा गांधी जी ने वर्ष 1929 में इस आश्रम का भ्रमण किया था तथा इसी स्थान पर ‘अनासक्ति योग’ पुस्तक की समीक्षा लिखी थी।

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