रक्षामंत्री ने राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप को नकारा
नई दिल्ली, 4 जनवरी (आईएएनएस)| रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। रक्षामंत्री ने यह कहते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया कि बोफोर्स सौदा एक घोटाला था, जबकि राफेल सौदा राष्ट्रहित में है, इसलिए नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। फ्रांस की विमान विनिर्माता कंपनी दसॉ के साथ हुए सौदे पर लोकसभा में बहस के दौरान करीब ढाई घंटे तक दिए जवाब में उन्होंने कहा, “बोफोर्स एक घोटाला था, लेकिन राफेल राष्ट्रहित में लिया गया फैसला था। राफेल से मोदी को नए भारत के निर्माण और भ्रष्टाचार मिटाने में मदद मिलेगी।”
रक्षामंत्री ने कहा कि रक्षा सौदे और रक्षा में सौदे के बीच अंतर है।
उन्होंने कहा, “हमने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए रक्षा में सौदा किया।”
उन्होंने कहा कि पहला राफेल जेट विमान इस साल सितंबर में आएगा और बाकी 35 विमान 2022 तक मिल जाएंगे।
निर्मला ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह एचएएल (हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड) के लिए घड़ियाली आंसू बहाती है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस सरकार ने एचएएल को 53 बार छूट दी, जबकि हमने एक लाख करोड़ रुपये का ठेका दिया।”