छग : गुरु घासीदास ने पीड़ित वर्ग को संबल दिया : भूपेश बघेल
रायपुर, 3 जनवरी (आईएएनएस/वीएनएस )। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को संत बाबा गुरु घासीदास को याद करते हुए कहा कि गुरु का संदेश किसी एक समाज के नहीं, पूरी मानवता के कल्याण के लिए है। उन्होंने समाज के पीड़ित वर्ग को संबल दिया।
सतनाम महिला सेवा समिति और प्रगतिशील सतनामी समाज के संयुक्त आयोजन में मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु घासीदास ने सरल शब्दों और सरल भाषा में लोगों को सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलना सिखाया। उन्होंने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश देकर हमें यह सीख दी कि मानव-मानव एक समान है। उन्होंने समाज में ऊंच-नीच, भेद-भाव और छुआछूत जैसी सामाजिक बुराइयों को मिटाने का प्रयास किया और समाज के पीड़ित वर्ग को संबल दिया।
बघेल ने नवनिर्मित गुरुद्वारा और जैतखाम का लोकार्पण किया और पालो चढ़ाया। मुख्यमंत्री ने समाज के आग्रह पर मोवा आदर्श नगर के नाले के किनारे बाउंड्रीवाल निर्माण की स्वीकृति दी।
कार्यक्रम में नगरीय विकास और श्रममंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, वाणिज्यिक कर (आबकारी) और उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक सत्यनारायण शर्मा, अमरजीत भगत और देवेंद्र यादव तथा पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. भूषण लाल जांगड़े, विशेष अतिथि के रूप में समारोह में उपस्थित थे।
डॉ. शिवकुमार डहरिया से कहा कि वे निर्माण कार्य के रूप में पहला हस्ताक्षर इस बाउंड्रीवाल निर्माण की स्वीकृति के आदेश पर करें। मुख्यमंत्री बघेल ने इस दौरान सतनाम जागृति एवं उत्थान समिति की ओर से युवक-युवति परिचय सम्मेलन के लिए प्रकाशित पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से शपथ ग्रहण के दिन ही किसानों की कर्जमाफी और ढाई हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी का फैसला किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से बाबा गुरु घासीदास के बताए मार्ग पर चलते हुए छत्तीसगढ़ का नवनिर्माण करने में सहयोग का आह्वान किया।