कांग्रेस राफेल सौदे पर चर्चा के लिए तैयार
नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वह विवादास्पद राफेल सौदे पर बुधवार को चर्चा के लिए तैयार है। कांग्रेस संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही राफेल लड़ाकू विमान सौदे की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाने की मांग कर कर रही है।
लोकसभा के दिन भर के लिए स्थगित होने से थोड़ी देर पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जेटली जी ने एक चुनौती दी है.. हम इसे स्वीकार करते हैं..हम दो जनवरी को चर्चा के लिए तैयार हैं। कृपया समय निश्चित करें।”
हम वित्तमंत्री अरुण जेटली को जवाब दे रहे हैं, जिन्होंने कहा है कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू करनी चाहिए।
मंत्री ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस चर्चा से भाग रही है और सौदे को लेकर झूठ फैला रही है।
सदन में हंगामे व कांग्रेस की राफेल सौदे की जांच के लिए जेपीसी की मांग व नारेबाजी के बीच अनुपूरक मांगों पर मतदान के तुरंत बाद जेटली ने कहा, “अगर हिम्मत है तो तत्काल चर्चा शुरू कीजिए।”
चर्चा के दौरान भाजपा के निशिकांत दूबे ने भी कांग्रेस पर मुद्दे को लेकर शोरगुल व हंगामा करने का आरोप लगाया और कांग्रेस पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सदन को दिन भर के लिए स्थगित करने वाली थीं। इसी दौरान खड़गे ने उन्हें जेटली की चुनौती याद दिलाई और उनसे दो जनवरी को चर्चा के लिए समय तय करने को कहा।
इस पर लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने टिप्पणी की, “मैं ना नहीं कर रही हूं..मैं ना क्यों कहूंगी..वास्तव में सदन चर्चा के लिए तैयार था, लेकिन कुछ ऐसा हुआ और आप (कांग्रेस) ने जेपीसी जांच की मांग शुरू की..आप अपनी चुनौती खुद के लिए रख सकते हैं..मुझे चुनौती नहीं दें। कब बहस होगी, यह मैं तय करूंगी..आप तय करेंगे।”
इसके बाद महाजन ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले दिन में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज कर दिया।
राजनाथ ने दृढ़ता से कहा कि एक झूठ को बार-बार बोलने से वह सच नहीं हो सकता।
राजनाथ ने लोकसभा में कहा, “कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि एक झूठ बार-बार बोलकर उसे सच में नहीं बदला जा सकता। हम पहले ही दिन से चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन विपक्षी दल क्यों भाग रहा है।”
राजनाथ विरोध प्रदर्शन के बीच शून्यकाल के दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के इस मुद्दे पर आरोपों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान विपक्ष के सदस्य विभिन्न मुद्दों को लेकर नारे लगा रहे थे, जिसमें कांग्रेस, अन्नाद्रमुक व तेदेपा भी शामिल थे।
इस मुद्दे को उठाते हुए खड़गे ने दोहराया कि उनकी पार्टी ने राफेल सौदे में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह देश का एक सबसे बड़ा घोटाला है।
राफेल लड़ाकू विमान की कीमत का खुलासा नहीं करने को लेकर सरकार से सवाल करते हुए, खड़गे ने कहा, “हम तीन हफ्तों से एक जेपीसी जांच की मांग कर रहे हैं। इसकी अनुमति दें।”
उन्होंने दावा किया कि राफेल लड़ाकू विमान संयुक्त प्रगतिशील सरकार (संप्रग) द्वारा तय की गई कीमत से तिगुनी कीमत में खरीदे गए हैं।
सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा।