मप्र में बिजली स्टोरेज पर जोर : कमलनाथ
छिंदवाड़ा, 30 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उर्जा स्टोरेज की नीति पर अमल करने पर रविवार को जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार ऐसे प्रयास करेगी, जिससे उर्जा को संग्रहित किया जा सके। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे कमलनाथ ने संवादाताओं से कहा, “बिजली का उत्पादन कोयला, हवा और सौर के जरिए हो सकता है। इस समय बिजली का संग्रहण सबसे महत्वपूर्ण है, राज्य सरकार इस पर विशेष ध्यान देगी। संग्रहण के लिए बैटरी का इस्तेमाल होता है और इन बैटरियों को रखने के लिए जमीन की आवश्यकता हेाती है। राज्य में जमीन कोई समस्या नहीं है, लिहाजा उर्जा संग्रहण की दिशा में पहल होगी।”
राज्य की वर्तमान बिजली की उपलब्धता और नीति को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने नौकरशाही के रवैए पर सवाल उठाते हुए कहा, “एक अधिकारी जिसका नाम नहीं लूंगा, वह छिंदवाड़ा में उर्जा संयंत्र लगाने का पक्षधर नहीं था। मगर सरकार बदलते ही उसका नजरिया बदल गया। यहां संयंत्र लगाने की अरसे से कवायद चल रही है। पहले अधिकारी टालमटोल करता था, अब वह वर्ष 2025 की बात करने लगा है।”
बिजली की खरीदी पर कमलनाथ ने कहा, “राज्य में बिजली की खरीदी हो रही है। ढाई हजार करोड़ रुपये की बिजली का उपयोग ही नहीं हो पा रहा, वह पूरी तरह पानी में चली जा रही है। इस बिजली को बर्बाद नहीं होने देंगे, वह गरीब आदिवासियों को बांटी जा सकती है। इस दिशा में पहल होगी।”
पिछली सरकार की योजनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर कमलनाथ ने कहा, “योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। यह जरूरी नहीं है कि योजनाओं में बदलाव किया जाए। जो योजनाएं राज्य के हित में होंगी, उस पर अमल किया जाएगा।”