अगस्ता को फायदा पहुंचाने वाली भाजपा ईडी का आड़ ले रही : कांग्रेस
नई दिल्ली, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को लाभ पहुंचाया है और उसकी मदद की है। कांग्रेस ने कहा कि सरकार प्रवर्तन निदेशालय का आड़ लेकर सच्चाई को दबाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “भाजपा ईडी का आड़ लेने की कोशिश कर रही है, जो कि अब ‘शर्मनाक घटना’ बन चुकी है। मोदी नीत सरकार अगस्ता वेस्टलैंड को फायदा पहुंचाने वाली, संरक्षण देने वाली, अपराध में सहभागी और समर्थन देने वाली है।”
कांग्रेस ने मोदी सरकार द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी को काली सूची से हटाने और भारतीय नौसेना के लिए 100 हेलीकॉप्टर की बोली लगाने की इजाजत देने पर सवाल उठाए।
सुरजेवाला ने कहा, “देश जानना चाहता है कि क्यों अगस्ता वेस्टलैंड जैसी काली सूची में डाली गई कंपनी को नौसेना के 100 हेलीकॉप्टरों के लिए बोली लगाने की इजाजत दी गई? भाजपा ने क्यों सत्ता में आने के बाद अगस्ता वेस्टलैंड को काली सूची से हटा दिया? क्यों कंपनी को भारत में एडब्ल्यू119 सैन्य हेलीकॉप्टरों के निर्माण की इजाजत दी गई।”
2014 में, भारत ने इतालवी कंपनी फिनमेक्केनिका की अनुषांगिक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को भारतीय वायुसेना को हेलीकॉप्टर की आपूर्ति का कांट्रैक्ट रद्द कर दिया था। इटली में न्यायिक मुकदमा चलने के बाद खुलासा हुआ था कि कंपनी ने कांट्रैक्ट दायित्वों का उल्लंघन किया और सौदा पक्का करने के लिए घूस दिया।
यहां की एक विशेष अदालत ने शनिवार को सौदे में बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल की सात दिनों की हिरासत बढ़ाने की ईडी की मांग मान ली थी। इस दौरान ईडी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम अप्रत्यक्ष रूप से ‘श्रीमती गांधी’ और ‘बड़े आदमी आर’ के रूप में लिया।
बहस के दौरान, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अप्रत्यक्ष रूप से संदर्भ देते हुए, ईडी के वकील एल.डी. सिंह ने अपनी दलील में मिशेल का संदर्भ दिया, जिसमें उसके और अगस्ता वेस्टलैंड के बीच हुई बातचीत में वह बड़े आदमी ‘आर’, के बारे में बात कर रहा है, जो एक इतालवी महिला का बेटा है और देश का अगला प्रधानमंत्री बनने जा रहा है।
सुरेवाला ने कहा, “हमें एक वकील और उसके मुवक्किल के बीच हुई बातचीत से कुछ लेना-देना नहीं है। वे क्यों फर्जी परोक्ष बातों का आड़ ले रहे हैं? अगर उनके पास कोई सबूत है तो, वे क्यों नहीं सार्वजनिक करते।”