वॉर्नर ने बॉल टेम्परिंग के लिए उकसाया था : बैनक्रॉफ्ट
मेलबर्न, 26 दिसम्बर (आईएएनएस)| कैमरून बैनक्रॉफ्ट ने पहली बार इस बात को कबूला है कि केपटाउन टेस्ट में हुए बॉल टेम्परिंग विवाद में टीम के तत्कालीन उप-कप्तान डेविड वार्नर ने उन्हें गेंद से छेड़छाड़ करने को कहा था। इसी साल मार्च में बैनक्रॉफ्ट को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में सैंडपेपर के जरिए गेंद से छेड़छाड़ करते हुए कैमरे में कैद किया गया था। इस विवाद के चलते बैनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगा था तो वहीं तत्कालीन कप्तान स्टीवन स्मिथ और वार्नर को एक-एक साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा था।
कैमरून ने फॉक्स स्पोटर्स को दिए इंटरव्यू में कहा, “वार्नर ने मैच की स्थिति को देखते हुए मुझे ऐसा करने की सलाह दी थी। मैं अच्छे से नहीं जानता था। मैं सिर्फ टीम में फिट होना चाहता था और एक मूल्यवान खिलाड़ी के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहता था”
उन्होंने कहा, “मेरे लिए वह फैसला मेरी प्राथमिकता के हिसाब से लिया गया था और उस समय मेरी प्राथमिकता टीम मे फिट होना थी। मुझे लगता है कि टीम में जगह पक्की होने से सम्मान मिलता है और इसके लिए की गई गलती की मुझे भारी कीमत चुकानी पड़ी।”
बैनक्रॉफ्ट ने कहा कि उन्होंने इस बार में भी सोचा था कि अगर वह वार्नर की बात को मना कर देते तो क्या होता।
उन्होंने कहा, “लेकिन एक रोचक बात मेरे सामने आई.. मैंने इस सवाल को अपने आप से कई बार पूछा है कि अगर मैं न कह देता तो क्या होता? इस सवाल के साथ जो चीजें मेरे सामने आई वो यह थी कि न कहने पर भी मुझे इसी तरह की समस्याएं होतीं जो गेंद पर सैंडपेपर का इस्तेमाल करने के बाद हुईं।”
सलामी बल्लेबाज ने कहा, “और वो समस्याएं यह होती कि मैं बिस्तर पर इस सोच के साथ जाता कि मैंने टीम के हर सदस्य को निराश कर दिया। मैं सोचता कि मैंने टीम को निराश कर दिया और टीम के जीतने की संभावनाओं को आहत किया।”
बैनक्रॉफ्ट ने माना कि उनके पास बड़ी गलती से बचने का मौका था।
उन्होंने कहा, “मैं किसी और की नहीं बल्कि अपने आप की जिम्मेदारी ले सकता हूं क्योंकि मैं अपराधी नहीं हूं। मेरे पास मौका था और मैंने एक बड़ी गलती की। यही मेरे नियंत्रण में था।”