वेदांत इलेक्ट्रोस्टील्स की क्षमता का करेगी विस्तार
कोलकाता, 25 दिसंबर (आईएएनएस)| वेदांत समूह अगले तीन सालों में अपने विभिन्न कारोबारों में 8 अरब डॉलर का निवेश करेगी, साथ ही कंपनी झारखंड में अपने हाल में ही अधिग्रहीत इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स (ईएसएल) ईकाई की क्षमता का अगले कुछ सालों में विभिन्न चरणों में 70 लाख टन तक विस्तार करने पर विचार कर रही है।
कंपनी के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वेदांता लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी वेदांत स्टार लिमिटेड ने आईबीसी (दिवालिया और दिवाला अधिनियम) रूट के माध्यम से ईएसएल का अधिग्रहण किया था और कंपनी का प्रबंधन नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था।
अधिकारी ने कहा कि झंडखंड के बोकारो के पास स्थित इस स्टील संयंत्र से फिलहाल 15 लाख टन सालाना का उत्पादन हो रहा है और इसकी क्षमता 25 लाख टन की है।
समूह के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, “हम दो साल के भीतर लगभग 30 करोड़ डॉलर निवेश के साथ इसकी क्षमता का विस्तार करेंगे, जो 25 लाख टन सालाना होगी।”
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम तेजी से काम कर रहे हैं और मौजूदा संयंत्र के पास ही (दूसरे चरण में विस्तार) कर रहे हैं। हमें थोड़ी और जमीन हासिल करनी होगी, जो मुश्किल नहीं होगा।”
भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ एक दिन पहले उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास से मुलाकात की और एक ‘दूसरा बोकारो’ स्थापित करने के अपने सपने को व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि कंपनी विस्तार के संबंध में कोरियाई, जापानी और चीनी कंपनियों से प्रौद्योगिकी और अन्य के लिए से बात कर रही है।
उनके अनुसार, कंपनी को झारखंड में लौह अयस्क की खदान के लिए मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जिसे कंपनी को आवंटित किया गया था।
उन्होंने कहा कि विस्तार से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 60,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
अग्रवाल ने यह भी कहा कि समूह ‘अगले तीन वर्षों में व्यवसायों में 8 अरब डॉलर का निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है’ जिसे ज्यादातर भारत और अफ्रीका में निवेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि समूह की पहली प्राथमिकता तेल और गैस होगी, इसके बाद एल्यूमीनियम, जस्ता और चांदी कारोबार पर ध्यान देगी।