हमें ईसाइयों से सीखनी चाहिए मानवता की सेवा : दलाई लामा
धर्मशाला, 25 दिसंबर (आईएएनएस)| तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने मंगलवार को कहा कि बौद्धों को ईसाइयों से सीखनी चाहिए कि मानवता की सेवा कैसे की जाती है।
बिहार के ऐतिहासिक बोध गया में अपने प्रवचन के दूसरे दिन दलाई लामा ने सभी धर्मो के अनुयायियों से करीबी संपर्क बनाने और एक-दूसरे की परंपराओं से सीखने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “दुनिया के शीर्ष धर्मो ईसाई धर्म, यहूदी धर्म, इस्लाम धर्म, विभिन्न हिंदू धर्मो, बौद्ध परंपराओं, जैन धर्म, ताओ धर्म और आदि धर्मो का अपना-अपना अद्भुत ज्ञान है, जो लोगों के लिए लाभकारी होता है।”
दलाई लामा ने कहा, “इसलिए, ज्ञान बांटने से हम एक-दूसरे से नई चीजें सीखेंगे।”
अध्यात्म और अंदरूनी विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए बौद्ध संत ने कहा कि धर्म में लोगों को साथ लाने की क्षमता है और एक सार्थक आदान-प्रदान हमारे खुद के आध्यात्मिक अनुभव को व्यापक और गहरा कर सकता है।
उन्होंने कहा, “बौद्ध होने के नाते हम विशेषकर ईसाई भाई और बहनों से सीख सकते हैं कि समुदाय की सेवा कैसे की जाए और सामाजिक कार्यो में कैसे जुड़ा जाए। मुझे वास्तव में लगता है कि हमें उनकी अनुकरणीय सामाजिक सेवा का अनुकरण करना चाहिए।”