सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए 11 महिलाएं पंबा पहुंचीं
सबरीमाला, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)| वार्षिक मंडला पूजा से कुछ दिन पहले केरल के मंदिर शहर सबरीमाला में एक बार फिर तनातनी की स्थिति बन रही है। 10 से 50 साल की आयु वर्ग की 11 महिलाएं भगवान अय्यपा के दर्शन के लिए रविवार को पंबा पहुंचीं जहां से उन्हें मंदिर तक जाने के लिए पहाड़ी की चढ़ाई करनी है। महिलाओं के पंबा पहुंचने के साथ ही श्रद्धालुओं के एक हिस्से ने मंदिर शहर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। तमिलनाडु से आईं इन महिलाओं ने कहा है कि वे मंदिर में पूजा किए बगैर नहीं लौटेंगी। जबकि विरोध करने वालों का कहना है कि परंपरा इस आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं देती, इसलिए वे इन्हें किसी भी हालत में आगे जाने नहीं देंगे।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बीती 28 सितंबर को हर आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का फैसला किए जाने के बाद से सबरीमाला में हिंदू समूहों द्वारा लगातार इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद इस खास आयु वर्ग की करीब दो दर्जन महिलाएं पहले ही मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश कर चुकी हैं लेकिन वे मंदिर जाने में विफल रही हैं।
11 महिलाओं का तमिलनाडु का यह समूह आधार शिविर पर रविवार तड़के 5.30 बजे पहुंचा। समूह अभी पंबा आधार शिविर पर रुका हुआ है।
सैकड़ों नाराज प्रदर्शनकारी भी अड़े हुए हैं और मंदिर की परंपरा का उल्लंघन न करने देने की नारेबाजी कर रहे हैं। यह प्रदर्शनकारी महिला भक्तों से कुछ मीटर की दूरी पर हैं। प्रदर्शनकारी भगवान अय्यपा के भजन गा रहे हैं और महिलाओं से वापस जाने को कह रहे हैं।
एक नाराज श्रद्धालु ने कहा, “हम सबरीमाला मंदिर की परंपरा को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान दे देंगे लेकिन किसी भी परिस्थिति में इन महिलाओं को पहाड़ी पर चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
महिलाओं के इस समूह का नेतृत्व सेल्वी कर रही हैं जिनका संबंध महिला संगठन मनिति से है। वह मंदिर तक पहुंचने के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग कर रही हैं।