इंटरसेप्शन आदेश पर हंगामे के बीच राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर (आईएएनएस)| सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों और दिल्ली पुलिस को किसी भी कंप्यूटर को इंटरसेप्ट करने की शक्तियां दिए जाने के आदेश पर हंगामे के बीच राज्यसभा को शुक्रवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।
जैसे ही सदन की कार्यवाही अपरान्ह ढाई बजे शुरू हुई, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी इंटरसेप्शन के आदेश के मुद्दे को उठाया।
उनके पार्टी सहयोगी आनंद शर्मा ने भी साथ मिलकर मुद्दे को उठाया।
मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों द्वारा नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन के बीच हस्तक्षेप करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने और ‘जहां तिल का पहाड़ भी नहीं है वहां एक पूरा पहाड़’ बनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल उसी आदेश को ‘दोहराया’ है जो 2009 से चलन में है।
इस पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनके पास गृह मंत्रालय के आदेश की प्रति है और उसमें कहीं भी राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लेख नहीं है।
जेटली ने जवाब दिया, “यह (राष्ट्रीय सुरक्षा) धारा 69 में उल्लेखित है..और आप देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आपने अभी-अभी यही किया है।”
इससे विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस हो गई।
उप सभापति हरिवंश ने सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया जिसके बाद भी दोनों पक्ष शांत नहीं हुए। इसके बाद सभापति ने सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।