हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)| राफेल विमानों और कावेरी जल विवाद को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जैसे ही दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो सदन का कामकाज शुरू हुआ।
इसके तुरंत बाद कांग्रेस और तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सांसद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस सांसद राफेल विमानों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच के लिए प्लेकार्ड हाथों में पकड़े हुए थे जबकि तेदेपा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे थे।
हंगामे के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कंपनी (संशोधन) विधेयक 2018 पेश किया।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसके बाद शून्यकाल शुरू किया और एआईएडीएमके के पी.वेणुगोपाल को बोलने की अनुमति दी लेकिन कर्नाटक से भाजपा एवं कांग्रेस सदस्य ने इसका विरोध किया।
वेणुगोपाल ने कहा कि कावेरी नदी पर मेगादातु पर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने मंजूरी दी है, जिसे वापस लिया जाना चाहिए। इसका भाजपा के प्रहलाद जोशी ने विरोध किया।
कर्नाटक से कांग्रेस सांसद हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, “कावेरी हमारा अधिकार है, हम मेगादातू का समर्थन करते हैं।”
हंगामे के बीच महाजन ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होन पर कांग्रेस, एआईएडीएमके और तेदेपा सासंदों ने हंगामा करना शुरू किया। वे लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इकट्ठा हुए और अपनी-अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे।
सत्तापक्ष ने भी राफेल सौदे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग के बैनर दिखाए।
हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी थी।