सहजता से लोगों से जुड़ जाते हैं सचिन पायलट
नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)| सचिन पायलट एक विनम्र व करिश्माई नेता हैं, जो टीवी की बहसों की तरह ही गांव की जनता से भी सहजता से जुड़ जाते हैं। सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता में वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सचिन पायलट (41) ने सोमवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्य विधानसभा के पिछले चुनाव में 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को सिर्फ 21 सीटें मिलने के बाद 2014 में पायलट को राजस्थान कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
पायलट ने बीते करीब पांच सालों से ज्यादा समय से राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ सहयोग कर सतर्कता के साथ काम किया, जिससे लोगों ने भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए मतदान किया।
हालांकि, चुनाव के नतीजे पूरी तरह से पार्टी के लिए संतोषजनक नहीं रहे और पार्टी को बहुमत से दो सीटें कम हासिल हुईं।
शायद चुनाव नतीजों की वजह से ही पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने सचिन पायलट की जगह अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने पर तरजीह दी।
लेकिन, पायलट ने अपनी दावेदारी मजबूती से रखी और तीन दिनों तक चली चर्चा के बाद सत्ता की साझेदारी का फॉर्मूला काम किया।
मुख्यमंत्री पद की दावेदारी करते हुए दोनों नेताओं ने अपने विचार को मजबूती से रखने का काम किया। इस दौरान दोनों नेता गहलोत व सचिन पायलट दिल्ली में डेरा डाले रहे।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सचिन पायलट ने कृषि संकट व बेरोजगारी जैसे प्रमुख मुद्दों को उजागर किया। सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर को भी भुनाने का काम किया।
अब पायलट व गहलोत के लिए बड़ी चुनौती करीब पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन को बनाए रखने का है। इसके लिए शासन में समन्वित प्रयासों और प्रमुख वादों को जल्द पूरा करने की जरूरत है।
भाजपा की तुलना में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन दिखाता है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में वापसी करने में सक्षम है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जोरदार चुनाव प्रचार करना होगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट अगली पीढ़ी के प्रमुख नेता हैं, जो सहजता से लोगों से जुड़ जाते हैं और वह मिलनसार प्रकृति के जन सुलभ नेता हैं।
सचिन का जन्म 7 सितंबर, 1977 को हुआ था। उन्होंने स्नातक डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हासिल की। इसके बाद पायलट ने अमरीका स्थित पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री भी हासिल की।
सचिन 2004 में 14वीं लोकसभा के लिए दौसा से चुने गए।