अगस्ता वेस्टलैंड सौदे पर बहस से भाग रही कांग्रेस : योगी
गुवाहाटी, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का सोमवार को आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) शासन के दौरान हस्ताक्षरित अगस्ता वेस्टलैंड व अन्य रक्षा सौदों पर संसद में बहस से भाग रही है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगी ने राफेल सौदे में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया, जो कि 2007 में शुरू हुआ था। उन्होंने कहा, “कारगिल युद्ध के बाद से देश के सुरक्षा बलों को आधुनिकता और चौथी व पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की जरूरत है। हालांकि संप्रग शासन ने 2007 से 2014 तक सौदे पर रोक लगाकर रखी, जिसने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सर्वोच्च न्यायालय ने सौदे पर सरकार को क्लीन चिट दे दी है और कांग्रेस व उसके अध्यक्ष राहुल गांधी को अनावश्यक रूप से राफेल सौदे के मुद्दे को खींचने के लिए देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि संप्रग शासन के दौरान हस्ताक्षरित अधिकतर रक्षा सौदों में बिचौलिए या एजेंट होते थे और राफेल सौदे पर दो सरकारों के बीच हस्ताक्षर हुए हैं।
आदित्यनाथ ने कहा, “राफेल सौदे पर दो सरकारों के बीच पारदर्शी तरीके से हस्ताक्षर हुए। राफेल सौदे में न तो कोई क्वात्रोची और न ही क्रिश्चयन मिशेल शामिल है और संभवत: इसीलिए संप्रग सरकार ने इसे 2014 तक रोके रखा।”
उन्होंने कहा, “भाजपा संसद में किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है। हालांकि कांग्रेस की बहस में रुचि नहीं है। लोकतंत्र में किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए संसद से बेहतर जगह नहीं हो सकती। हालांकि कांग्रेस अपने शासन के दौरान हस्ताक्षरित अगस्ता वेस्टलैंड और अन्य रक्षा सौदे जैसे विवादों से भागना चाहती है, इसलिए वह बहस से भाग रही है।”
योगी ने देश को गुमराह करने और अनावश्यक रूप से मुद्दे के खींचने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से इस्तीफे की मांग की।
1984 में सिख विरोधी दंगों से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से धार्मिक आधार पर देश को बांटती आ रही है। उन्होंने कहा, “सिख विरोधी दंगों के दौरान कांग्रेस के हाथ रंगे हुए थे। सच कभी नहीं छिपता।”