गैर कांग्रेस पार्टियों ने सज्जन कुमार पर फैसले को सराहा
नई दिल्ली, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)| गैर कांग्रेस राजनीतिक पार्टियों ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 सिख दंगों में दोषी ठहराने और आजीवन कारावास की सजा सुनाने के फैसले की सराहना की है। भारतीज जनता पार्टी (भाजपा) नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह सजा ‘देरी से न्याय की पुष्टि है।’
जेटली ने ट्वीट कर कहा, “कांग्रेस ने 1984 के पीड़ितों के न्याय को दफना दिया था। राजग ने मामले को निष्पक्षता और जवाबदेही के साथ आगे बढ़ाया..कांग्रेस और गांधी परिवार की विरासत को 1984 दंगों के पापों का भुगतान करते रहना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लगातार सच्चाई को ढंकने की कोशिश की, लेकिन आज (सोमवार को) सज्जन कुमार को दोषी ठहराया गया।
भाजपा महासचिव राम माधव ने फैसले का स्वागत किया और ‘पिछली सरकारों द्वारा जानबूझकर दबाए गए इस मामले को’ दोबारा खोले जाने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह का शुक्रिया अदा किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी प्रमुख (आप) प्रमुख केजरीवाल ने भी फैसले की सराहना की।
उन्होंने कहा, “उन निर्दोष पीड़ितों के लिए काफी लंबा और दुखद इंतजार रहा है, जिनकी सत्ता में मौजूद लोगों ने हत्या की। दंगे में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए, चाहे वह कितना भी ताकतवर हो।”
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “हालांकि काफी देर हुई लेकिन सज्जन कुमार पर उच्च न्यायालय का निर्णय ऐतिहासिक है। राज्य की शक्तियों को निर्दोष नागरिकों के नरसंहार के लिए प्रयोग करने नहीं दिया जा सकता। अगर 1984 दंगों में संलिप्त लोगों को सजा दे दी जाती तो कोई भी इसे 2002 (गुजरात दंगा) में इसे दोहराने की कोशिश नहीं करता।”
नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, “न्याय में देरी हुई लेकिन न्याय मिला।”
अकाली दल के नेता और दिल्ली के विधायक मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सूची में सज्जन कुमार के बाद अगला नंबर जगदीश टाइटलर और कमलनाथ का है।
एक ही परिवार के सिखों केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, राघवेंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की एक भीड़ ने दिल्ली छावनी के राजनगर में हत्या कर दी थी, इसी मामले में सज्जन कुमार और पांच अन्य को सजा सुनाई गई है।
कांग्रेस नेता को 31 दिसंबर तक आत्मसमर्पण करने कहा गया है।