मप्र ग्रेड तीन की परीक्षा में गड़बड़ी की जांच हो : बेरोजगार सेना
भोपाल 16 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में चतुर्थ समूह के असिस्टेंट ग्रेड तृतीय की परीक्षा के पहले 10 स्थानों में जगह बनाने वाले प्रतिभागियों की योग्यता पर पिछली परीक्षाओं में मिले अंकों ने संदेह खड़ा कर दिया हैं। बेरोजगार सेना ने परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए परीक्षा की जांच कराने की मांग की हैं।
बेरोजगार सेना की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जुलाई में हुई ग्रुप चार असिस्टेंट ग्रेड तीन की परीक्षा संदेह के घेरे में आ गई है। परीक्षा के टॉपर का तीन ऐसे लोगों ने स्थान पाया है जो पहले पटवारी 2017 व जेल वनरक्षक परीक्षा 2017 में भी बैठ चुके है। उस समय ये 50 प्रतिशत अंक भी नहीं ला सके थे।
बेरोजगार सेना के प्रमुख अक्षय हुंका ने कहा है कि समूह चार की परीक्षा के सभी चयनित अभ्यर्थियों की जानकारी सार्वजनिक की जाए तो ऐसे सैकड़ों मामले सामने आएंगे, जिन्होंने दूसरे रास्तों के जरिए सफलता पाई है।
गौरतलब है कि 28 से 31 जुलाई तक आयोजित हुई इस परीक्षा में 2700 पदों के लिए लगभग 1,40,000 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। यह परीक्षा शुरू से ही विवादों में रही है। इस परीक्षा में सर्वर खराब होने की शिकायत की बाद लगभग 250 लोगों ने 45 दिन बाद पुन: परीक्षा कराई।
इस परीक्षा का परिणाम 12 दिसंबर को आया, जिसमें भारी गड़बड़ी हुई है। 10 टॉपरों में 3 ऐसे हैं जिनके पिछली परीक्षाओं में 50 प्रतिशत अंक भी नहीं आए थे, इस बार उनके 95 प्रतिशत तक अंक आए हैं। ये साफ तौर पर एक बड़े घोटाले की तरफ इशारा कर रहा है।
बेरोजगार सेना प्रमुख अक्षय हुंका ने कहा कि अभी तो सिर्फ टॉप 10 लोगों में तीन परिणामों में घोटाला हुआ है। जब जांच होगी तो ऐसे सैकड़ों लोग सामने आएंगे। अक्षय ने मांग की है कि इस घोटाले की एसआईटी जांच कराई जाए।
अक्षय हुंका ने कहा कि ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ को दी गई है और 18 दिसंबर को वो अभ्याíथयों के साथ व्यापमं अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मिलकर यह मांग उनके समक्ष रखेंगे।