IANS

ओलम्पिक स्वर्ण दिलाने में पहलवानों की मदद करेगा टाटा मोटर्स

मुम्बई, 12 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय कुश्ती को नई दिशा और ऊंचाई देने के अपनी प्रतिबद्धता और प्रयासों को पुर्नपरिभाषित करते हुए टाटा मोटर्स ने बुधवार को ‘टाटा मोटर्स इलीट रेसलर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम’ के शुरुआत की घोषणा की। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रींसिपल स्पांसर टाटा कामर्शियल व्हीकल डिविजन ने ‘टाटा मोटर्स इलीट रेसलर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम’ के तहत 2020 में टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की चाह में मेहनत कर रहे भारत के इलीट पहलवानों की ट्रेनिंग और सर्वागीण विकास में योगदान की पहल की है।

इस प्रोग्राम के तहत टोक्यो में स्वर्ण का लक्ष्य लेकर चल रहे इलीट पहलवानों की ट्रेनिंग, जिसमें विदेशी कोच मुहैया कराना, विदेशी दौरे आयोजित कराना और अंतर्राष्ट्रीय एक्सपोजर के लिए कैम्प आयोजित कराना शामिल है, का खर्च वहन करेगा।

‘टाटा मोटर्स इलीट रेसलर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम’ महिला एवं पुरुष इलीट पहलवानों के लिए दो विदेशी कोचों की जरूरतों को पूरा करेगा। भारतीय पहलवान इन सुविधाओं के दम पर अगले साल तुर्कमेनिस्तान में होने वाली एशियाई चैम्पियनशिप, कजाकिस्तान में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगे। विश्व चैम्पियनशिप ओलम्पिक क्वालीफायर इवेंट होगा।

विदेशी कोच इस प्रोग्राम के साथ अगले महीने ही जु़ड़ जाएंगे। ये इलीट पहलवानों को एशियाई चैम्पियनशिप के लिए तैयार करेंगे। एशियाई चैम्पियनशिप के माध्यम से 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में पदक जीतने के सम्भावितों की पहचान हो सकेगी।

टाटा मोटर्स (सीभीबीयू) के अध्यक्ष गिरीश वाघ ने ‘टाटा मोटर्स इलीट रेसलर्स डेवलपमेंट प्रोग्राम’की शुरुआत करते हुए कहा, “टाटा मोटर्स अपने ग्रुप के हेरिटेज को ध्यान में रखते हुए देश तथा विदेश में खेल प्रतिभाओं को तराशने का काम लगातार करता रहा है। कुश्ती ने समय के साथ विकास किया है और नई प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने के लिए इस खेल को और अधिक समर्थन की जरूरत है। हम डब्ल्यूएफआई के साथ अपनी साझेदारी को मजबूती प्रदान करते हुए खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय मानक की ट्रेनिंग, कोचिंग तथा सलाह देने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह प्रयास भारतीय टीम को अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करेगा। टोक्यो 2020 और पेरिस 2024 ओलम्पिक के लिए हमारी शुभकामनाएं टीम के साथ हैं।”

टॉप लेबल के विदेशी कोचों का मुख्य काम भारतीय इलीट खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय कुश्ती के लिए शारीरिक और मानसिक तौर पर तैयार करना होगा। इस दिशा में एक सक्षम सपोर्ट स्टाफ इन कोचों की मदद करेगी। इस सपोर्ट स्टाफ में फिजियो, बायोमैकेनिक्स, मेंटल ट्रेनर और न्यूट्रीशनिस्ट शामिल होंगे। ये कोच खिलाड़ियों को जनवरी 2019 से टारगेटेड चैम्पियनशिप्स के लिए विशेष तौर पर तैयार करेंगे।

इस साझेदारी पर डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा, “टाटा मोटर्स भारतीय कुश्ती के विकास साझेदार के तौर पर हमारे साथ जुड़ा है। हम इसकी मदद से एक ऐसा स्पोर्टिग इकोसिस्टम तैयार करना चाहते हैं, जिससे हमारे इलीट पहलवान खुद को कठिन से कठिन हालात के लिए तैयार कर सकें और देश के लिए पदक जीत सकें। इस समर्थन और सहयोग के लिए डब्ल्यूएफआई टाटा मोटर्स का आभारी है और उसका मानना है कि इस साझेदारी और समर्थन से भारत में कुश्ती को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलेगी।”

इस समाहोर के दौरान खिलाड़ियों को केंद्रीय करार दिए गए। यह पहला मौका था जब भारत में ओलम्पिक में शामिल किसी खेल से जु़ड़े खिलाड़ियों को उसके महासंघ द्वारा केंद्रीय करार दिया गया। केंद्रीय करार वार्षिक रिटेनर करार हैं। डब्ल्यूएफआई ने इसकी घोषणा पहले की थी। इसमें अलग-अलग ग्रेड में 144 खिलाड़ी शामिल हैं। केंद्रीय करार में शामिल खिलाड़ियों को महासंघ की ओर से वार्षिक वित्तीय मदद दी जाएगी।

 

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