मिशेल को बचा रही है कांग्रेस : भाजपा
नई दिल्ली, 6 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को कांग्रेस पर सीबीआई अदालत में 3,600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे से जुड़े मामले में आरोपी ब्रिटिश कारोबारी क्रिश्चियन मिशेल का बचाव करने का आरोप लगाया। भाजपा ने मिशेल के वकील अल्जो के. जोसेफ को पार्टी से निकाले जाने को कांग्रेस का नाटक करार दिया।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा, “जोसेफ के अलावा किश्चियन मिशेल के दो वकील हैं। उनके वकील विष्णु शंकर केरल में कांग्रेस के नेता के पुत्र हैं और श्रीराम पराक्कट एनएसयूआई के सदस्य रहे हैं। तीनों सलमान खुर्शीद और कपिल सिब्बल जैसे कांग्रेस के बड़े नेता और वकील के अधीन काम कर चुके हैं।”
उन्होंने कहा कि मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बेचैन हो गई है और अपनी टीम को अदालत में मिशेल को बचाने के लिए भेज दी है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का बढ़ा हुआ हाथ मिशेल के बचाव के लिए है। यह कांग्रेस द्वारा न सिर्फ खुद को नुकसान पहुंचाने का कदम है, बल्कि मिशेल को बचाने का उपाय है।”
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस का यह कदम जांच एजेंसियों के लिए एक संकेत है कि पार्टी क्रिश्चियन मिशेल के पीछे मजबूती के साथ खड़ी है।
जोसेफ को पार्टी से निकाले जाने को नाटक करार देते हुए पात्रा ने कहा कि मिशेल का दुबई से प्रत्यर्पण होने के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की नींद उड़ गई है।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने जोसेफ को पार्टी से निकालकर खुद पर नकाब डालने की कोशिश की है। यह कांग्रेस का असली चेहरा है। कांग्रेस के भीतर जो परिवार है उसकी नींद उड़ गई है। इसी परिवार ने अपने लोगों को मिशेल को बचाने के लिए नियुक्त किया।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी मणिशंकर अय्यर और संदीप दीक्षित को निकालकर ऐसा ही नाटक किया था।
अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के मुकदमे में मिशेल की तरफ से जोसेफ के आने पर विवाद उत्पन्न होने पर कांग्रेस ने बुधवार को उन्हें पार्टी से निकाल दिया।
पात्रा ने कहा, “बाद में उनको (अय्यर, दीक्षित) पार्टी में वरिष्ठ पद प्रदान किए गए। सिब्बल राम मंदिर मामले में अदालत में पेश हुए थे और विवाद उत्पन्न होने पर उससे अगल हो गए। केरल के लॉटरी मामले में अभिषेक मनु सिंघवी शुरू में बतौर वकील पेश हुए थे और बाद में उससे अगल हो गए। लेकिन जोसेफ के मामले में उन्होंने उनको मुकदमा छोड़ने को नहीं कहा। बदले में उन्होंने उनको पार्टी से निकाल दिया जो कि नाटक के सिवा और कुछ नहीं है।”
हालांकि संदीप दीक्षित ने कहा कि पात्रा का दावा सरासर झूठ है।
उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ नहीं हुआ। मैंने उनको माफी मांगने के लिए 24 घंटे का समय दिया या नहीं तो मैं कानूनी नोटिस भेजूंगा।”