IANS

जी-20 : मोदी ने अर्थव्यवस्था, आतंकवाद, भगोड़े आर्थिक अपराधियों पर चर्चा की

ब्यूनस आयर्स, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था, व्यापारिक तनाव, कच्चे तेल की कीमतों और आतंकवाद व भगोड़े आर्थिक अपराधियों से संबंधित मुद्दों पर जी-20 समूह के देशों के बीच सहयोग पर बल दिया। यह जानकारी जी-20 में भारत के शेरपा ने दी। आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास जी-20 में भारत के शेरपा हैं।

शक्तिकांत दास ने शनिवार को यहां मीडिया से कहा कि मोदी ने जी-20 सम्मेलन में वैश्विक अर्थव्यवस्था की चुनौतियों, खासतौर से उभरती अर्थव्यवस्था की चुनौतियों को प्रमुखता से उठाया।

दास ने कहा, “उन्होंने बढ़ते वित्तीय संकट पर प्रकाश डाला और मुख्य रूप से विकसित अर्थव्यवस्थाओं की मौद्रिक नीतियों और तेल के दाम में अस्थिरता से पैदा होने वाले खतरों का जिक्र किया।”

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने विकसित अर्थव्यस्थाओं की असमकालिक नीतियों और विभिन्न देशों की अर्थव्यस्थाओं में सुधार की विषम गति का जिक्र किया।”

मोदी ने बढ़ते व्यापारिक तनाव और इससे अल्प विकसित देशों और अन्य उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं को होने वाले समानांतर नुकसान का मसला प्रमुखता से उठाया।

मोदी ने भविष्य में सक्रिय व परिष्कृत बहुपक्षवाद की जरूरत पर जोर दिया।

दास ने कहा, “उन्होंने विभिन्न बहुपक्षीय संस्थानों का जिक्र किया और सक्रिय व परिष्कृत बहुपक्षवाद की नीतियों को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने मूल रूप से विभिन्न बहुपक्षीय माध्यमों, चाहे यह आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष)हो या एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) या अन्य अन्य, जैसे संयुक्त राष्ट्र और जी-20 को सक्रिय बनाने पर जोर दिया।”

मोदी ने इस बात को प्रमुखता से उठाया कि कच्चे तेल के दाम में किसी प्रकार की अस्थिरता से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के बजटीय संसाधनों और घरेलू वित्त पर बड़ा दबाव पड़ता है।

उन्होंने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार की अपील की और कृषि क्षेत्र में वैश्विक मूल्य श्रंखला को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए व्यापार व सेवा पर बातचीत करने की मांग की।

प्रधानमंत्री ने जी-20 देशों से स्वचालित सूचना आदान-प्रदान में तत्काल शामिल होने की अपील की।

दास ने कहा, “उन्होंने बदलाव लाने वाली प्रौद्योगिकी, मसलन, रोबोटिक्स, डेटा एनालिटिक, शिक्षा प्रौद्योगिकी, फिन-टेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) का इस्तेमाल करने की दिशा मे किए गए प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने दुनिया भी भलाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रौद्योगिकी को लोकतांत्रिक बनाने पर चर्चा की।”

जी-20 सम्मेलन के दूसरे सत्र में शुक्रवार को भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ नौ-सूत्री कार्रवाई योजना प्रस्तुत करते हुए मोदी ने कहा कि सदस्य देशों के संयुक्त प्रयासों से एक तंत्र बनाने की जरूरत है, जिससे सभी भगोड़े आर्थिक अपराधियों को प्रवेश और पनाह देने से मना किया जा सके।

भारत नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे बड़े भगोड़े आर्थिक अपराधियों समेत अन्य के प्रत्यर्पण पर दबाव डाल रहा है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के विरुद्ध हैम्बर्ग में 2017 में स्वीकृत 11 सूत्री एजेंडा के विभिन्न पहलुओं पर पूरी तरह से अमल करने और उसे संचालित करने का यह समय है।

दास ने बताया कि उन्होंने देशों से अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने की अपील करने के साथ-साथ आपदाओं के लिए लचीली बुनियादी संरचना को लेकर वैश्विक गठबंधन के बारे में चर्चा की।

मोदी ने कहा कि भारत 2022 में देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

 

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