आप अकेले नहीं हैं… सलाम है एेसे पिता को, जिनके घर वीर जन्म लेते हैं
कश्मीर के शोपियां जिले में ऑप्रेशन ऑल आऊट में कुलगाम तहसील के रहने वाले एक जवान नजीर अहमद वानी की मौत हो गई। जब जवान को तिरंगे में लिपटाकर उसका शव गाँव पहुंचा, तो पूरा गाँव अचानक शांत होकर गम से साए में डूब गया।
A serving #IndianArmy officer consoling father of Lance Naik Nazir Ahmad of 34 Rashtriya Rifles, who lost his life fighting terrorists in #Shopian in Kulgam district of J&K. #IndianArmy #SalutingtheBraveheart #Braveheart @PIB_India @SpokespersonMoD pic.twitter.com/k2Yklmf1Ev
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) November 28, 2018
शहीद बेटे नजीर अहमद वानी को जब उनके पिता ने देखा, तो वो खुद को काबू में नहीं रख पाए और फूट-फूटकर रोने लगे। इसी बीच भारतीय सेना का एक जवान उन्हें अपने सीने से लगा लिया। इंडियन आर्मी ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि आप अकेले नहीं हैं, हम आपके साथ हैं।
लांसनायक नजीर अहमद वानी के परिवार में उनकी पत्नी और 2 बच्चियां हैं। उन्हें सोमवार को सुपुर्द-ए-खाक से पहले 21 तोपों की सलामी दी गई है। नजीर अहमद वानी एक बेखौफ सिपाही थे और वर्ष 2007 में वीरता के लिए उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।