नाट्य वृक्ष के छात्रों की सामूहिक जुगलबंदी ने मोहा मन
नई दिल्ली, 28 नवंबर (आईएएनएस)| नाट्य वृक्ष की संस्थापक गुरु गीता चंद्रन के 32 शिष्यों ने चिन्मय मिशन ऑडिटोरियम में बुधवार को भरतनाट्यम की एक साथ प्रस्तुति से राजधानीवासियों का दिल जीत लिया। पद्मश्री से सम्मानित गीता चंद्रन ने कहा कि भरतनाट्यम प्रदर्शन की कला है और यह जरूरी है कि अपना कला को निखारने के लिए छात्र लोगों के सामने प्रस्तुति दें। गीता चंद्रन को 2016 के केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
‘अभ्यास’ के नाम की गई इस प्रस्तुति में छात्रों ने चरणबद्ध तरीके से भरतनाट्यम की पारंपरिक प्रस्तुति दी। इसमें पुष्पांजलि, अलारिप्पू, टोडाई मंगलम, जातिश्वरम, नाटेश कवित्वम, वरनम, पदम और तिलना शामिल रहे।
इन पारंपरिक नृत्य विधाओं को गीता चंद्रन की अद्भुत सोच और कोरियोग्राफी ने और निखार दिया। उन्होंने कहा, “नाट्य वृक्ष के माध्यम से मैं कलाकार और प्रस्तोता दोनों का विकास करना चाहती हूं।”
1991 में स्थापित नाट्य वृक्ष से अब तक बड़ी संख्या में छात्रों ने नृत्य प्रशिक्षण लिया है।
गीता चंद्रन ने बताया कि ‘अभ्यास 2018’ की प्रस्तुति को देश की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी का समर्थन मिला है। गीता के मुताबिक ‘अभ्यास 2018’ के दौरान मंच पर प्रस्तुति देने वाले शिष्यों में युवक व युवतियां दोनों शामिल रहे।