IANS

पाकिस्तान आतंकवाद रोके, तभी होगी वार्ता : सुषमा

हैदराबाद, 28 नवंबर (आईएएनएस)| विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद नहीं करेगा, तब तक दोनों देशों के बीच वार्ता नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि भारत हालांकि करतारपुर कॉरिडोर के विकास का स्वागत करता है, लेकिन हम तब तक वार्ता नहीं करेंगे, जब तक इस्लामाबाद आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करता।

मंत्री ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।

उन्होंने कहा, “द्विपक्षीय वार्ता और करतारपुर कॉरिडोर बिल्कुल अलग-अलग चीज है। मैं बहुत खुश हूं कि बीते 20 वर्षो से भारत सरकार करतारपुर कॉरिडोर की मांग कर रही थी और पहली बार पाकिस्तान ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।”

उन्होंने कहा, “लेकिन, इसका मतलब यह नहीं है कि द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जाएगी..हम हमेशा कहते हैं कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान जैसे ही भारत में आतंकवादी गतिविधि रोकेगा, वार्ता शुरू हो जाएगी। वार्ता केवल करतारपुर कॉरिडोर से जुड़ी हुई नहीं है।”

सुषमा स्वराज ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारत, पाकिस्तान में दक्षेस सम्मेलन में भाग नहीं लेगा। उन्होंने कहा कि भारत सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण का जवाब नहीं देगा।

उन्होंने कहा, “जैसा कि मैंने कहा, जब तक पाकिस्तान, भारत में आतंकवादी गतिविधि समाप्त नहीं करेगा, कोई वार्ता नहीं होगी और हम दक्षेस में भाग नहीं लेंगे।”

सुषमा स्वराज ने कहा कि वह करतारपुर समारोह में शामिल नहीं हो सकीं क्योंकि उन्हें तेलंगाना का दौरा करना था।

उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर से संबंधित समारोह में पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के शामिल होने पर किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और उनके बयान के हवाले से कहा कि वह निजी हैसियत से वहां गए हैं।

मंत्री ने कहा कि सिद्धू के इस कार्यक्रम में भाग लेने पर पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी समारोह में भाग लेने पाकिस्तान गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के समीप इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे। करतारपुर साहिब में सिख धर्म के संस्थापक गुरु गुरुनानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 वर्ष बिताए थे।

 

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