व्यापार मेला : राजस्थान मंडप में उमड़ रही भारी भीड़
नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)| नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में जारी 38वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में आकर्षण का केन्द्र बने राजस्थान मंडप में बीते दो दिनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। राजस्थान मंडप विविधताओं से परिपूर्ण है और इसमें राजस्थान की समृद्ध कला, संस्कृति और इतिहास के साथ-साथ हस्तशिल्प कलाओं का भरपूर समावेश है। राजस्थान मंडप में हल्के वजन एवं गर्माहट के लिए जयपुरी रजाइयां पसंद की जा रही हैं।
राजस्थान मंडप के निदेशक दिनेश सेठी ने बताया कि जयपुरी रजाइयां बनाना बुनकरों का वंशानुगत व्यवसाय है और इसे वे पिछली कई पीढ़ियों से करते आ रहे हैं। जयपुर के जुलाहे सर्दी के मौसम में घरेलू उपयोग में आने वाले सभी प्रकार के उत्पादों को बनाते हैं लेकिन रजाई बनाने में उन्हें विशेष योग्यता प्राप्त है। सर्दियों में दैनिक उपयोग के लिए रजाई की उच्च गुणवत्ता का उत्पादन उनकी विशेष पहचान है।
सेठी ने बताया कि रजाइयों को बनाने के लिए बेहतरीन सामग्री का उपयोग किया जाता है, वजन में हल्की होने के बावजूद ये बहुत ही गर्म और आरामदायक होती है। इनको बनाने में उच्च श्रेणी की शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कपास का प्रयोग किया जाता है। साथ ही आधुनिक फैशनेबल एवं राजस्थानी डिजाइनों में इन्हें बनाया जा रहा है, जिसे ग्राहकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष स्टॉल पर रजाइयां 1500 से 8000 रुपये तक की रेंज में उपलब्ध हैं। राजस्थान की शुद्ध कपास से पारंपरिक सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंट में विश्व प्रसिद्ध जयपुरी डबल बेड की रजाइयां भी बनाई जा रही हैं जो कि दर्शकों द्वारा काफी पसंद की जाती हैं।
सेठी ने बताया कि जयपुरी रजाई बनाने की इस विशेष कला के लिये जयपुर के कई बुनकरों को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।