कांग्रेस नीत विपक्ष सबरीमाला पर प्रदर्शन को तेज करेगा
कोच्चि, 19 नवंबर (आईएएनएस)| पिनाराई विजयन सरकार पर पुलिस द्वारा सबरीमाला तीर्थयात्रा सीजन को संभालने के तरीके को लेकर हमलावर हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस के सुर में सुर मिलाते हुए कांग्रेस नीत युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने अपने विरोध प्रदर्शन को तेज करने का फैसला किया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से गृह मंत्रालय का प्रभार छोड़ने की मांग की है।
सबरीमाला मंदिर के कपाट 17 नवंबर को शाम पांच बजे से दो महीने के लिए खुले रहेंगे।
मंदिर कस्बे में 28 सितंबर से हिंदू समूह लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दिन सर्वोच्च न्यायालय ने मंदिर में 10 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर लगी रोक को हटा दिया और उन्हें प्रवेश की इजाजत दी थी।
शीर्ष अदालत ने 13 नवंबर को अपने फैसले पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था और सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि वे फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे। अदालत ने मामले की सुनवाई 22 जनवरी के लिए सूचीबद्ध कर दी है।
यूडीएफ बैठक में फैसला किया गया कि पहले मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के नेतृत्व में एक टीम को सबरीमाला भेजा जाएगा, जो वहां के हालात का आकलन करेगी।
यहां संवाददाताओं से बात करते हुए विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि उन्हें निषेधात्मक आदेशों का उल्लंघन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जो मंदिर कस्बे और आस-पास लगे हुए हैं।
चेन्निथला ने कहा, “निषेधात्मक आदेशों को तत्काल हटा लेना चाहिए क्योंकि वहां उसकी कोई जरूरत नहीं है। विजयन ने सबरीमाला तीर्थयात्रा सीजन को पूरे तरीके से बर्बाद कर दिया है क्योंकि पुलिस ने वहां कहर ढाया हुआ है और मंदिर कस्बे को एक दहशत भरे जोन में तब्दील कर दिया है। विजयन ने नियंत्रण खो दिया है और उन्हें गृह प्रभार से इस्तीफा दे देना चाहिए।”