IANS

‘डिजिटल प्लेटफॉर्मो की बढ़ती संख्या अभिनेताओं के लिए वरदान’

मुंबई, 19 नवंबर (आईएएनएस)| ‘प्यार का पंचनामा’ के मजाकिया लिक्विड को बंदूक पकड़े हुए या ‘मंटो’ की खूबसूरत साफिया मंटो को माइंड गेम में उतरते हुए…यह सब मुख्यरूप से पुरुषों के कब्जे वाली दुनिया में देखना आसान नहीं है। लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के आने और इनकी लोकप्रियता ने यह संभव कर दिया। यह कहना है कि वेब श्रंखला ‘मिर्जापुर’ के कलाकारों का।

चाहे लिक्विड का किरदार निभाने वाले दिव्येंदु शर्मा हों, या साफिया का किरदार करने वालीं रसिका दुग्गल या अनुभवी कलाकार पंकज त्रिपाठी, सभी का मानना है कि सही कलाकारों का चुनाव और उन्हें पसंद करने वाले दर्शकों ने उन जैसे कलाकारों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।

‘मिर्जापुर’ में एक गैंगस्टर के बेटे मुन्ना का किरदार निभा रहे दिव्येंदु ने आईएएनएस से साक्षात्कार में बताया, “मुझे लगता है कि अपने किरदारों से प्रयोग करने के लिए हम सभी के लिए कलाकारों का चयन बहुत महत्वपूर्ण है और इसीलिए मैं इसका सारा श्रेय कास्टिंग निर्देशकों को देना चाहूंगा। एक कास्टिंग निर्देशक के लिए एक कलाकार को एक ही प्रकार के किरदार की अपेक्षा किसी भी किरदार के लिए लेने के लिए उसे सामान्य तरह से देखना होगा।”

रसिका ने कहा, “यह एक खतरा है और एक कलाकार को उसकी छवि से अलग किरदार देने का खतरा लिया जा सकता है। हम हमेशा एक कलाकार को एक छवि में कैद कर देते हैं विशेषकर तब जब वह किसी विशेष रूप में दर्शकों द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है।”

‘एमेजन प्राइम वीडियो’ पर आ रही ‘मिर्जापुर’ उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर आधारित एक बदले की कहानी है जिसमें कलीन (पंकज) हथियारों और नशे का अवैध धंधा चलाता है और कैसे शहर के दो लड़के कलीन के लोगों के साथ भिड़ जाते हैं।

पंकज का कहना है कि इस शो की दुनिया उनकी फिल्म ‘गुड़गांव’ से मिलती जुलती है क्योंकि दोनों की पृष्ठभूमि अपराध है।

‘एक्सेल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट’ द्वारा निर्मित इस शो में अली फजल, विक्रांत मैसी, श्वेता त्रिपाठी और श्रिया पिल्गाओंकर हैं।

पिछले महीने ‘जियो मुंबई मामी फिल्म उत्सव’ में ‘मिर्जापुर’ की स्क्रीनिंग हुई थी।

 

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