आईआईटी-खड़गपुर के शोध से एलपीजी वितरण प्रणाली होगी मजबूत
कोलकाता, 16 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर के अनुसंधानकर्ताओं ने निर्धनता रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन गुजारने वाले लोगों को ज्यादा से ज्यादा रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन बांटने में मदद के लिए एक डिसीजन सपोर्ट सिस्टम तैयार किया है, जिससे सुसंगत निर्णय लेना आसान होगा। इस संबंध में एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर की ऊर्जा का यह अपने तरह का पहला विश्लेषण है।
बयान में कहा गया कि डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल एंड सिस्टम्स इंजीनियरिंग के मनोज कुमार तिवारी की अगुवाई में अनुसंधानकर्ताओं की एक टीम ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बीपीएल परिवारों को ज्यादा से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन बांटन के लिए एक डिसीजन सपोर्ट सिस्टम तैयार किया है।
डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिससे गणितीय प्रोग्रामिंग व ऑपरेशन रिसर्च तकनीक का इस्तेमाल करके सुसंगत निर्णय लेने में मदद मिलती है।
तिवारी ने कहा, “ऐसी नीतियों के लिए डीएसएस हमें निर्धारित नीति की समयावधि में महत्वपूर्ण पैरामीटर का सही मूल्य प्रदान करता है, जिससे अपेक्षित लक्ष्य की दिशा में नीति की उचित कार्यविधि को सुनिश्चित करने के लिए अहम कदम उठाने में मदद मिलेगी।”
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना मई 2016 में शुरू की गई थी, जिसका मकसद बीपीएल परिवारों को 2019 तक पांच करोड़ एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना था।
सरकार ने हाल ही में इसमें संशोधन कर वर्ष 2020 तक आठ करोड़ एलपीजी कनेक्शन बांटने का लक्ष्य तय किया है।