नोटबंदी अब तक का सबसे बड़ा घोटाला : सुरजेवाला
रायपुर, 13 नवंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को यहां के राजीव भवन में पत्रकारवार्ता में कहा कि आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला नोटबंदी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और शाह बताएं कि आरएसएस और भाजपा के पास 1 मार्च से 8 नवंबर, 2016 तक कितना पैसा आया? बताएं कि क्या इसकी जांच नहीं होनी चाहिए?
सुरजेवाला ने कहा कि नोटबंदी के दौरान जनार्दन रेड्डी 100 करोड़ रुपये के पुराने नोट बदलवा रहे थे। नोटबंदी के ठीक पहले सितंबर 2016 में बैंकों में एकाएक 588600 करोड़ रुपये अतिरिक्त जमा हुआ। इसमें 3 लाख करोड़ फिक्स डिपॉजिट 15 दिन में जमा हुए। इससे नोटबंदी की जानकारी होने की शंका है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के ठीक पहले आरएसएस ने सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति देशभर में खरीदी। बिहार में 8 संपत्ति, ओड़िशा में 18 संपत्ति सार्वजनिक हो चुकी है। नोटबंदी वाले दिन 8 नवंबर, 2016 को कलकत्ता इकाई के खाता नंबर 554510034 में 5 सौ और 1 हजार के तीन करोड़ रुपये जमा करवाए गए। ऐसा क्यों हुआ, इसका जवाब मोदी सरकार नहीं देती।
सुरजेवाला ने कहा कि 10 नवंबर, 2016 को इंदिरापुरम (गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश) के मारुति स्विफ्ट कार रजिस्ट्रेशन नंबर एचआर 26 एआर 9662 से तीन करोड़ रुपया पकड़ा गया। कार में सिद्धार्थ शुक्ला और अनूप अग्रवाल सवार थे। उन्होंने बताया कि यह रुपया भाजपा के लखनऊ कार्यालय ले जाया जा रहा है।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा, “मोदी बताएं कि यह रुपया क्यों ले जाया जा रहा था। गुजरात के महेश शाह ने कालाधन डिस्क्लोजर स्कीम में 13860 करोड़ रुपये का कालाधन घोषित किया था, बाद में वह मुकर गया। उस पर कोई जांच क्यों नहीं हुई।”
सुरजेवाला ने कहा कि सुरेश मेहता ने आरोप लगाया कि महेश शाह के संबंध नरेंद्र मोदी और अमित शाह से है। नोटबंदी के 5 दिनों में अहमदाबाद कोऑपरेटिव बैंक में 745.58 करोड़ के पुराने नोट जमा हो गए। इस बैंक के डायरेक्टर अमित शाह हैं।
उन्होंने कहा कि पुराने नोटों की इतनी बड़ी राशि की जांच क्यों नहीं हुई? नोटबंदी के पांच दिनों के अंदर 11 कोऑपरेटिव बैंकों में 3881.51 करोड़ पुराने नोट जमा हो गए। अन्य भाजपा शासित प्रदेशों में कोऑपरेटिव बैंकों में 14293. 71 करोड़ रुपये जमा हुए, जो कि पुराने नोटों का 65 प्रतिशत है, क्या इसकी जांच नहीं होनी चाहिए।
सुरजेवाला ने सरकार से पूछा कि 99.9 प्रतिशत राशि बैंकों में जमा हो गई तो कालाधन कहां गया? फर्जी नोट कहां चले गए? 2017-18 के रिपोर्ट के अनुसार, 58.30 करोड़ नकली नोट पाए गए, वे कहां गए?
उन्होंने कहा कि क्या देश में आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म हो गया। नोटबंदी के बाद जम्मू-काश्मीर में 86 उग्रवादी हमलों में 127 जवान और 99 नागरिक मारे गए। नोटबंदी के बाद फरवरी 2018 तक 1030 नक्सली हमले में 114 जवान शहीद हुए। अभी हाल ही में 4 जवान और एक पत्रकार शहीद हुए। मोदी देश को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्या देश में पूर्णतया डिजिटल भुगतान लागू हो गया? क्या नोटबंदी से रोजीरोटी पर प्रहार नहीं हुआ?
एक प्रश्न कि छत्तीसगढ़ में 12 नवंबर को 18 विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान को निष्पक्ष चुनाव मानते हैं या ईवीएम की गड़बड़ी मानते हैं, के जवाब पर पहले तो उन्होंने कहा कि ‘हम 15 सीट जीत रहे हैं।’ फिर प्रश्न करने पर कहा कि समीक्षा कर बताया जाएगा।