MP में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने ली ‘गाय माता’ की शरण, गौमाता से है ये पुराना रिश्ता
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रस पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र को कांग्रेस ने ‘वचन पत्र’ नाम दिया है। कांग्रेस का ये वादा एक विशेष कारण से चौंका देता है, क्योंकि गौरक्षा का ऐजेंड़ा बीजेपी का है।
एमपी में कांग्रेस के कमलनाथ ने घोषणा पत्र यानि कि ‘वचन पत्र’ जारी करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो हर पंचायत में गौशाला खुलेगा और इसका खर्चा भी सरकार उठाएगी। साल 1966 में इसी कांग्रें पार्टी ने गायों का विरोध किया था, लेकिन अब यही कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में गौशाला बनाने की बात कर रही है।
15 साल से मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार को उखाड़ फेकने के लिए कांग्रेस सरकार गौमाता की शरण में है। कांग्रेस का गाय के एक पुराना नाता भी है। 1977 से पहले इंदिरा गांधी का चुनाव चिन्ह भी गाय और गाय का बछड़ा था।
वहीं, वीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस केवल पाखंड़ कर रही है। गाय को बचाने या उसकी सेवा का कार्य मध्य प्रदेश की तत्कालीन दिग्विजय सिंह की सरकार ने किया। आज अगर गाय सड़क पर घूम रही है, तो उसका कारण दिग्विजय सिंह की सरकार है। गायों को बर्बाद करने वाले सिर्फ किस मुंह से कह रहे हैं की गौशाला खोलेंगे।