सार्वजनिक हुआ चौटाला परिवार का झगड़ा, पार्टी टूट की कगार पर
चंडीगढ़, 5 नवंबर (आईएएनएस)| हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला के परिवार में झगड़े की वजह से पार्टी टूट की ओर बढ़ रही है। तिहाड़ जेल से सोमवार को पेरोल पर बाहर निकले चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला ने नई दिल्ली में अपने समर्थकों से कहा कि वह हरियाणा का दौरा पूरा करने के बाद कुछ दिनों में अगला कदम उठाएंगे।
अजय के बेटों हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला को उनके दादा ओ.पी. चौटाला ने 2 नवंबर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया था।
इससे पहले दुष्यंत को आईएनएलडी संसदीय बोर्ड के नेता के पद से हटा दिया गया था।
अजय चौटाला ने दिल्ली में कहा, “मैं पार्टी की स्थिति को देखकर आश्चर्यचकित हूं। हम इसके खिलाफ संघर्ष करेंगे। हम आने वाले दिनों में अगले कदम के बारे में निर्णय करेंगे।”
दुष्यंत और दिग्विजय पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के परपोते हैं।
दोनो युवा नेता और उनके समर्थक हरियाणा में अगले वर्ष अक्टूबर में होने वाले चुनाव में दुष्यंत को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश कर रहे थे, जिसके बाद पार्टी ने यह कदम उठाया है।
आईएनएलडी की ओर से जारी बयान के अनुसार, “दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला पर 7 अक्टूबर को गोहना में चौधरी देवी लाल के जयंती समारोह के दौरान पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में अनुशासनहीनता, उपद्रव और असंतोष फैलाने का आरोप है।”
बयान के अनुसार, “दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय सिंह उनके (चौटाला परिवार) परिवार से हैं, इसे देखते हुए उनके लिए (ओ. पी. चौटाला के लिए) निर्णय करना आसान नहीं था। लेकिन उन्होंने पूरी जिंदगी जननायक चौधरी देवी लाल का अनुसरण किया है, जिनके लिए पार्टी हमेशा परिवार के सदस्य या किसी भी व्यक्ति से बड़ी थी।”
बयान के अनुसार, “इसलिए उन्हें (ओ. पी. चौटाला को) पार्टी और उनके परिजनों के बीच किसी एक को चुनना था। उन्होंने पार्टी को चुना और अनुशासनात्मक समिति के निष्कर्षो के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।”