झारखंड 15 नवंबर तक खुले में शौच से मुक्त होगा : उमा भारती
नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)| केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने रविवार को कहा कि झारखंड में स्वच्छता अभियान की वर्तमान दर के साथ राज्य 15 नवंबर तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो जाएगा। वह झारखंड के राजमहल में आयोजित ‘गंगा ग्राम स्वच्छता सम्मेलन’ में बोल रही थीं।
सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ” ‘गंगा ग्राम’ गंगा नदी के किनारों पर बसे गांवों को आदर्श गांवों में बदलने की एक अवधारणा है, जिसके अंतर्गत गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के साथ साथ ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन, जल संरक्षण, भूजल संरक्षण, आधुनिक श्मशान, वृक्षारोपण, जैविक व औषधीय गुणों से युक्त पौधों को लगाने और कृषि जैसे मुख्य घटकों पर जोर दिया जाता है।”
इस संबंध में उमा भारती ने गंगा नदी के किनारों पर बसे गांवों को आदर्श गंगा ग्राम बनाने के लिए सार्वजनिक भागीदारी को एक महत्वपूर्ण कुंजी करार दिया।
उन्होंने कहा, “ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन गतिविधियों में भागीदारी करें, कहीं भी कूड़ा न फेंकें, जल स्रोतों को गंदा न करें और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अपशिष्ट प्रबंधन की देखभाल करें।”
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरण अय्यर ने स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के सामाजिक और वित्तीय लाभ पर प्रकाश डाला और कहा कि पिछले चार वर्षों में ग्रामीण भारत में स्वच्छता कवरेज 39 प्रतिशत से बढ़कर 95 प्रतिशत हो गया है।
यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ जैसे संगठनों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ओडीएफ गांवों में एक परिवार अपने चिकित्सा व्ययों से औसत 50,000 रुपये की सालाना बचत करता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन अक्टूबर 2019 तक लगभग तीन लाख लोगों के जीवन को बचाएगा।
उमा भारती ने राजमहल में मसकालिया श्मशान व घाट और नगरपालिका अपशिष्ट जल परियोजना की नींव भी रखी।