IANS

भारत व जापान टू प्लस टू मंत्रीस्तरीय वार्ता शुरू करेंगे

टोक्यो, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि विश्व में शांति और स्थिरता के लिए भारत और जापान अपने संबंधित विदेश और रक्षा मंत्रियों को शामिल कर टू प्लस टू मंत्रीस्तरीय वार्ता शुरू करेंगे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ वार्षिक द्विपक्षीय सम्मेलन के बाद मोदी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “भारत और जापान के बीच बिना सहयोग के, 21वीं सदी एशियाई सदी नहीं हो सकती।”

उन्होंने कहा, “आबे-सान और मैंने हमारे विदेश व रक्षा मंत्रियों के बीच 2 प्लस 2 वार्ता की सहमति जताई है।”

मोदी ने कहा, “इसका उद्देश्य विश्व में शांति और स्थिरता को बढ़ाना है।”

भारत ने इसी तरह की वार्ता पिछले महीने अमेरिका के साथ की थी, जिसके अंतर्गत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अमेरिकी समकक्षों माइक पोम्पियो ओर रक्षा मंत्री जिम मैटिस से वार्ता की थी।

जापान को पूर्वी और पश्चिमी सभ्यताओं के बेहतरीन पहलुओं का संगम बताते हुए मोदी ने कहा कि इस देश ने सिखाया है कि मानव जाति के विकास का रास्ता नए और प्राचीन के बीच संघर्ष नहीं है, बल्कि यह सह-अस्तित्व और सृजन है।

उन्होंने कहा, “भारत और जापान के बीच संबंध हिंद व प्रशांत महासागर जितना गहरा और बड़ा है। ये संबंध लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन की स्वतंत्रता की साझा प्रतिबद्धताओं पर आधारित है।”

मोदी ने कहा कि वह और आबे इस बात पर सहमत हुए हैं कि डिजिटल साझेदारी से साइबरस्पेस तक, स्वास्थ्य से रक्षा तक और समुद्र से अंतरिक्ष तक के क्षेत्र में दोनों देश अपनी साझेदारी बढ़ाएंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे बताया गया है कि जापानी निवेशकों ने आज घोषणा की है कि वे भारत में 2.5 अरब डॉलर का निवेश करेंगे। यह रोजगार निर्माण में मदद करेगा।”

आबे ने कहा कि दोनों देशों के नौसेनिक बलों के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए जापान और भारत, बांग्लादेश जैसे तीसरे देशों के साथ काम करेंगे।

वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच नौसेना के बीच सहयोग बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल एवं नवीन प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में समझौतों पर दस्तखत हुए।

 

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