एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी (हॉकी) : जापान से जीता भारत, पाकिस्तान से होगी खिताबी जंग
मस्कट (ओमान) , 28 अक्टूबर (आईएएनएस)| मौजूदा विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम जापान को 3-2 से हराकर हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में फाइनल में प्रवेश कर लिया है। अपने खिताब को बचाए रखने के लिए उसे फाइनल में अपने पुराने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान का मुकाबला करना होगा।
पाकिस्तान ने शनिवार देर रात खेले गए एक अन्य सेमीफाइनल मैच में मलेसिया को शूटआउट में 3-1 से हराकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा।
भारत और पाकिस्तान दोनों टीमों ने दो-दो बार इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत हासिल की है। 2016 में इस टूर्नामेंट में भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को 3-2 से हराकर खिताब हासिल किया था। इससे पहले भारतीय टीम 2011 में भी फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ चुका है। इसमें भी भारतीय टीम ने बाजी मारी थी।
जापान के खिलाफ शनिवार देर रात खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारत के लिए गुरजंत ने 19वें, चिंगलेनसाना ने 44वें और दिलप्रीत ने 55वें मिनट में गोल दागे। वहीं, जापान की ओर से हिरोताका वाकुरी ने 22वें और हिरोताका जेनदाना ने 56वें मिनट में गोल किए ।
भारत ने मैच की शुरूआत में ही मिले पेनल्टी कॉर्नर को जाया किया। पहले क्वॉर्टर में दोनों टीमें एक-दूसरे पर दबाव का मौका ढूंढ़ती रहीं लेकिन किसी को भी सफलता नहीं मिल सकी।
वहीं, दूसरे क्वॉर्टर में 19वें मिनट में गुरजंत ने शानदार मैदानी गोल कर भारत को 1-0 बढ़त दिला दी। हालांकि भारतीय टीम अपनी इस बढ़त को ज्यादा देर कायम नहीं रख पाई और तीन मिनट बाद ही 22वें मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्न मिला, जिस पर हिरोताका ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर किया। पहले हाफ तक दोनों टीमें बराबरी पर थीं।
हाफ टाइम के बाद दोनों टीमों ने एक बार फिर एक-दूसरे पर बढ़त बनाने के लिए संघर्ष शुरू किया। तीसरे क्वॉर्टर के खत्म होने से एक मिनट पहले ही भारत को मैच का चौथा पेनल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। इस बार वरुण के ड्रेग फ्लिक को चिंगलेनसाना ने डिफ्लेक्ट कर गोल पोस्ट की ओर धकेल दिया और भारत को मैच में 2-1 की बढ़त मिल गई।
चौथे और अंतिम क्वॉर्टर में जापान ने बराबरी करने के लगातार मौका तलाशे लेकिन भारतीय टीम ने ऐसा नहीं होने दिया। मैच के 55वें मिनट में दिलप्रीत ने एक शानदार मैदानी गोल दागकर 3-1 से आगे कर दिया । हालांकि अगले ही मिनट में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला। लेकिन इस बार हिरोताका जेनदाना ने दागकर स्कोर 2-3 कर दिया। आखिरी के चार मिनटों में भारतीय टीम ने और कोई गोल नहीं होने दिया और 3-2 से मैच जीतकर फाइनल में प्रवेश कर लिया ।