क्या ‘मुकद्दर के सिकंदर’ धोनी अपनी मर्जी से हुए हैं आगामी टी-20 सीरीज से बाहर?
BCCI ने महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 से किया बाहर, अधिकारी ने कहा-2020 को टी-20 वर्ल्ड कप खेलेंगे नहीं तो सीरीज में खेलने का क्या फायद
महेंद्र सिंह धोनी की गिनती उन नायाब खिलाड़ियों में होती है जो बरसों में एक बार पैदा होते हैं। इनको ‘मुकद्दर के सिकंदर’ जैसे उपनामों से भी नवाजा जाता है। ऐसे में BCCI ने शुक्रवार को बेहद चौंकाने वाला फैसला लेते पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धौनी को वेस्ट इंडीज के खिलाफ ट्वंटी-20 सीरीज और आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए ट्वंटी-20 सीरीज से बाहर कर दिया।
BCCI ने शुक्रवार रात करीब 12:30 बजे वेस्ट इंडीज के खिलाफ ट्वंटी-20 सीरीज, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्वंटी-20 सीरीज और टेस्ट सीरीज तथा भारत ए टीमों की घोषणा की। बाहर होने के बाद संभवत: 2019 विश्वकप आखिरी मौका होगा जब कभी कैप्टन कूल आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी में देखाई देंगे।
बीसीसीआई के एक आला अधिकारी ने कहा, ‘यह तय है कि ऑस्ट्रेलिया में साल 2020 में होने वाले टी-20 विश्व कप में धोनी नहीं खेलेंगे लिहाजा उन्हें टीम में बनाये रखने का कोई औचित्य नहीं था। चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने इस पर काफी बात की है। विराट कोहली और रोहित शर्मा भी चयन समिति की बैठक में मौजूद थे।’उन्होंने आगे कहा, ‘क्या आपको लगता है कि उनकी रजामंदी के बिना चयनकर्ता यह फैसला ले सकते थे।’ ये फैसला खुद धोनी की मर्जी से लिया गया है।
धोनी ने साल 2018 में सात अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले हैं। इस दौरान उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 28 गेंद में नाबाद 52 रन की रही। बाकी छह पारियों में उन्होंने 51 गेंद में 71 रन बनाये। इंग्लैंड में विश्व कप में धोनी विकेटकीपर के तौर पर पहली पसंद होंगे लेकिन बहुत कुछ इस पर निर्भर करेगा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला के बाकी तीन मैचों में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। धोनी की गैरमौजूदगी में चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत पर भरोसा जताया है।