इम्पैक्ट गुरु ने चिकित्सा क्षेत्र में क्राउडफंडिग का नया कीर्तिमान रचा
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत के सबसे बड़े क्राउडफंडिंग मंच-इम्पैक्ट गुरु डॉट कॉम ने असाध्य बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को बचाने की मुहिम के अंतर्गत हाल ही में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। इम्पैक्ट गुरु डॉट कॉम ने 7 दिन में लगभग 45 लाख रुपए की वित्तीय सहायता जुटाते हुए यह नया कीर्तिमान स्थापित किया और यह वित्तिय सहायता जुटाई गई तीव्र मायलोइड ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) से पीड़ित अमित शेनॉय के लिए।
अमित का अपोलो अस्पताल में हैमाटो ओन्कोलॉजी और बोनेमेरो ट्रांसप्लेंट के विशेषज्ञ डॉ. पुनीत जैन की देखरेख में इलाज जारी था और डॉ. पुनित, अमित को एइलोजेनिक स्टेम सेल का प्रत्यारोपण करना चाहते थे। यह अत्यधिक खचीर्ली होने की वजह से अमित के परिवार के सम्मुख एक चुनौती था। इसी को देखते हुए इस इलाज के लिए इम्पैक्ट गुरु डॉट कॉम पर अमित के लिए वित्तीय सहायता जुटाने का उपक्रम प्रारंभ किया गया।
विदित हो इम्पैक्ट गुरु अपोलो हॉस्पिटल से क्राउडफंडिंग के लिए जुड़ा हुआ है। इन दोनों के बीच इस वर्ष की शुरूआत में रणनीतिक साझेदारी बनी थी।
अमित की पत्नी गोपी शेनॉय ने इस असाध्य बीमारी के इलाज के लिए क्राउडफंडिंग के माध्यम से अपने दोस्तों, परिवार और सहयोगियों के साथ धन जुटाने की प्रक्रिया को अपनाया। गोपी की इस तरह की अपील को सोशल साइट एवं सोशल ग्रुप पर साझा किया गया। इम्पैक्ट गुरु डॉट कॉम ने इस तरह धन जुटाने के प्रत्येक चरण में गोपी को मार्गदर्शन करने के लिए अपना समर्थन एवं सहयोग प्रदान किया। इसके लिए उसने यह भी सुनिश्चित किया कि दाताओं को अपने मंच पर लेनदेन के दौरान एक सहज एवं सरल प्रक्रिया का अनुभव हो। उसी का परिणाम है कि 4 दिनों के भीतर 40 लाख रुपये जुटाकर इम्पैक्ट गुरु ने एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए लक्ष्य को हासिल किया।
गोपी शेनॉय ने कहा, ‘जब मैंने अपने पति के इलाज के लिए वित्तीय सहायता जुटाने के प्रयास में इम्पैक्ट गुरु को चुना तो मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी लेकिन चमत्कारी ढंग से इस अपील को प्रस्तुत करते हुए, कुछ ही घंटों में सहायता प्रदाताओं की श्रृंखला बन गई और यह क्रम उत्साहपूर्वक आगे बढ़ता रहा। मैंने कभी इतनी बड़ी प्रतिक्रिया और सहयोग के बढ़े हुए हाथ नहीं देखे, जहां लोग पूरी सहृदयता एवं संवेदना के साथ सहयोग को तत्पर हुए। मेरा मानना है कि समाज में अच्छे लोगों व मानवीय संवेदनाओं की कमी नहीं है। मैं सभी सहयोगकतार्ओं की ऋणी हूं और उनका हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं।”
इम्पैक्ट गुरु के सीईओ और सह-संस्थापक पीयूष जैन ने कहा, “उच्च चिकित्सा बिलों के लिए रोगियों के सामने धन जुटाने का माध्यम पुरानी विधि के अंतर्गत परिवार और दोस्तों तक पहुंचना और पैसे उधार लेना ही था, जो अत्यधिक जटिल होने के साथ-साथ अपने गहने या अचल संपत्ति बेचने को बाध्य करता था। हमने इन जटिल स्थितियों के बीच वित्त पोषण विधि को पूरी तरह से एक ऑनलाइन प्रौद्योगिकी मंच के माध्यम से सहज और सरल करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां हम लोगों के लिए फेसबुक, व्हाट्सएप, और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया का लाभ उठाने में सफल हो रहे हैं। इन मंचों पर लोगों को प्रेरित करके उनसे अपील की जाती है कि वे सहयोग के लिए हाथ बढ़ाए। अमित जैसे मरीजों ने अपने इलाज से जुड़ी वित्तीय अपेक्षाओं को जुटाने के लिए एवं अपने जीवन को बचाने के लिए जनता के सहयोग पर भरोसा किया। हमें खुशी है कि मई 2018 में हमारी अपोलो अस्पताल समूह के साथ साझेदारी के बाद से हमारे मंच ने देश भर में अपोलो रोगियों के लिए वित्तीय साधन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”