आईएसएल-5 : अपनी विजेता वाली छवि दिखाना चाहेंगी एटीके, चेन्नइयन (प्रीव्यू)
कोलकाता, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| मौजूदा विजेता चेन्नइयन एफसी और पूर्व विजेता एटीके शुक्रवार को जब हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में विवेकानंद युवा भारती क्रिड़ांगन में आमने-सामने होंगी तो दोनों की कोशिश अपनी विजेता वाली छवि को दशार्ने की होगी। दोनों टीमों की प्राथमिकता जीत ही होगी क्योंकि जिस तरह से दोनों टीमें आईएसएल की अंकतालिका में हैं उसे सुधारने के लिए इन दोनों के पास जीत ही एक विकल्प है। एटीके के चार मैचों में चार अंक हैं जबकि चेन्नइयन की टीम के पास सिर्फ एक अंक है।
घर में लगातार दो हार के बाद एटीके ने वापसी करते हुए दिल्ली डायनामोज को मात दी थी और फिर जमशेदपुर एफसी को ड्रॉ पर रोक दिया था। हालांकि अंकतालिका में कोच स्टीव कोपेल की टीम से ऊपर बैठी टीमों ने एक मैच कम खेला है और ऐसे में एटीके के लिए इस मैच में तीन अंक काफी मायने रखते हैं।
कोपेल ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कई टीमें समान स्तर पर हैं, लेकिन कई टीमों ने अपने आप को ऊपर उठाया है। हम एलिट लेवल पर पहुंचना चाहते हैं। इसके लिए हमें घर पर मैच जीतने की जरूरत है। अच्छी टीमें घर में मैच जीतती हैं। हमें अपने घरेलू प्रशंसकों और घरेलू मैदान पर मैच जीतने की जरूरत है।”
चेन्नइयन एफसी को भी तीन अंक की बेहद जरूरत है। इस सीजन में उसे अभी अपनी जीत का खाता खोलना बाकी है। उसे लगातार तीन मैचों में हार मिली थी जबकि आखिरी मैच में उसने दिल्ली डायनामोज के खिलाफ ड्रॉ खेला।
बीमार कोच जॉन ग्रेगोरी के स्थान पर प्रेस वार्ता में आए टीम के सहायक कोच साबिर पाशा ने कहा, “हमने चार मैच खेले हैं और टीम में कुछ नए चेहरे हैं। उन्हें अभी लय हासिल करने में समय लगेगा। दिन-प्रतिदिन प्रदर्शन सुधरता जा रहा है। हम अपनी गलतियों पर काम कर रहे हैं और मेरा मानना है कि हम सुधार कर रहे हैं।”
मौजूदा विजेता का डिफेंस अभी तक काफी खराब रहा है। हालांकि इनइगो काल्डेरोन और इली साबिया ने डायनामोज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया था। टीम की फिनिशिंग हालांकि चिंता का सबब रही थी। कार्लोस सालोम ने पिछले मैच में कई मौके छोड़े थे। ऐसे में ग्रेगोरी पिछले साल के टीम के टॉप स्कोरर जेजे लालपेखुला को मैदान पर उतार सकते हैं।
पाशा ने कहा, “एटीके की टीम हमेशा से मजबूत रही है। बेशक वह घर में दो मैच हारी है लेकिन वह कल वापसी करने का दम रखती है। उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। वह काफी अच्छा खेलते हैं और विपक्षी को दबाव मेंरखते हैं।”
दोनों प्रशिक्षकों ने अपने डिफेंस को मजबूत करने और काउंटर अटैक पर जोर दिया है। ब्रिटिश प्रशिक्षकों की यह लड़ाई रोचक होने वाली है।