रोहिंग्या अत्याचारों पर सुरक्षा परिषद ब्रीफिंग रोकने में रूस, चीन विफल
संयुक्त राष्ट्र, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| म्यांमार के रोहिंग्या मुद्दे पर ब्रीफिंग रोकने में चीन और रूस के विफल रहने के बाद सुरक्षा परिषद ने रोहिंग्याओं के खिलाफ कथित अत्याचारों की स्वतंत्र जांच कर रहे संस्था के प्रमुख को सुना। यह सुनवाई म्यांमार के राष्ट्रीय बलों के वरिष्ठ नेताओं पर नरसंहार के आरोपों पर अभियोग के लिए हो रही है।
मानवाधिकार परिषद द्वारा म्यांमार के लिए स्थापित स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय तथ्यान्वेषण मिशन के अध्यक्ष मारजूकी डारुस्मान ने कहा कि उन्होंने मानवता के खिलाफ अपराध व युद्ध अपराधों के सबूत पाए हैं और उन्होंने परिषद से मामले को अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय के पास भेजने या इसके जिम्मेदार लोगों पर अभियोग चलाने के लिए एक अतंर्राष्ट्रीय आपराधिक अधिकरण गठित करने को कहा है।
उन्हें बोलने की इजाजत दिए जाने से पहले चीन और रूस ने इस ब्रीफिंग में बाधा डालते हुए कहा कि यह केवल मामले को और रोहिंग्या संकट के हल को और पेचीदा बनाएगा।
रूसी स्थायी प्रतिनिधि वैसिली नेबेनजिया ने रिपोर्ट को अधूरा और अविश्वसनीय बताते हुए खारिज कर दिया और चिन्हित किया कि अमेरिका ने इसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए मानवाधिकार परिषद से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। अमेरिका अब मिशन का समर्थन कर रहा है।