इंडिया-ताइवान निवेश समझौते को मंत्रिमंडल की मंजूरी
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को भारत और ताइवान के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते को मंजूरी प्रदान की।
उम्मीद की जा रही है कि इससे भारत को पूर्वी एशिया के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के पसंदीदा ठिकाने के रूप में प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ताइपे में भारत-ताइपे एसोसिएशन (आईटीए) और भारत में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केन्द्र (टीईसीसी) के बीच द्विपक्षीय निवेश समझौते (बीआईए) पर हस्ताक्षर को मंजूरी प्रदान की।
बयान में कहा गया है कि समझौते से दोनों पक्षों के बीच निवेश का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है। समझौते से आईटीए और टीईसीसी के बीच परस्पर आधार पर निवेश को उपयुक्त संरक्षण प्रदान किया जा सकेगा।
बयान में कहा गया है कि इससे निवेश से जुड़े मामलों में बिना किसी भेदभाव के सामान अवसर सुनिश्चित कर निवेशकों का विश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे निवेशकों को हितकर माहौल प्रदान किया जा सकेगा। इससे भारत को तरजीही विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) स्थल के रूप में पेश करने में मदद मिलेगी।
टीईसीसी प्रतिनिधि ताइन चुंग-कुआंग के अनुसार, भारत और ताइवान के बीच द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 27 फीसदी की दर से वृद्धि के साथ 2017 में यह 6.4 अरब दर्ज किया गया।