बाल शोषण को गंभीरता से नहीं लेते भारतीय पुरुष : श्वेता पंडित
मुंबई, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| संगीतकार अनु मलिक पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाने वाली गायिका श्वेता पंडित का कहना है कि भारतीय पुरुष बाल शोषण को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
पंडित ने सोमवार को ट्वीट किया, “ट्विटर पर मौजूद सभी ‘युवा’ जो अभी लगातार यह पूछ रहे हैं कि ‘आगे क्या हुआ’, मेरे ट्वीट के कुछ दिनों के बाद भूल जाएंगे कि मैंने इस बात को 17 साल अपने सीने में दबा कर रखा था। हम ऐसे देश में रहते हैं जो सबसे बेबकूफी की बातों में सिर्फ महिलाओं से ही लगातार प्रश्न करता है। हम ऐसे बेबकूफी भरे सवाल अब और नहीं चाहते हैं।”
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को टैग करते हुए उन्होंने कहा, “ट्वीट के बाद मुझे भी एहसास हुआ कि भारत में ज्यादातर पुरुषों द्वारा बाल शोषण को गंभीरता से नहीं लिया जाता। ट्विटर पर मुझे ‘अरे, यह तो सिर्फ चुंबन’, ‘अरे, यह अंकल की तरह रहा होगा’, ‘सिर्फ गाल पर होना चाहिए’ जैसी अस्वस्थ मानसिकता भरी प्रतिक्रियाएं मिलीं।”
पंडित ने अनु मलिक के साथ साल 2000 में हुए अपने कटु अनुभव को याद करते हुए दावा किया कि एक बार एक स्टूडियो की केबिन में अनु ने उनसे कहा था कि वे पंडित को सुनिधि चौहान और शान के साथ गाने में अवसर दे सकते हैं, लेकिन इसके लिए पंडित को उन्हें (मलिक को) चूमना होगा।
पंडित ने कहा कि उस समय उनकी उम्र मात्र 15 साल थी। उन्होंने कहा, “यह कहकर वह मुस्कराए, ऐसी कुटिल भंगिमा थी जिससे बुरा दृश्य मैंने आज तक नहीं देखा।”
पंडित ने मलिक को ‘बाल कामुक’ और ‘दरिंदा’ बताया।
मलिक ने पंडित के आरोपों को नकार दिया है।
पंडित ने बाद में लिखा, “अगर आप लोग मेरे अनुभव को मेरी आयु उस समय सिर्फ 15 मानते हुए या उसे सिर्फ चुम्बन मानते हुए महत्वहीन बता रहे हैं तो घर पर आप लोगों को आपकी मां से थप्पड़ पड़ना चाहिए और आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपके अंदर भी यौन दरिंदा बनने के कीड़े पैदा हो गए हैं।”