#METOO vs #MENTOO : महिलाओं द्वारा हुए यौन उत्पीड़ित का खुलासा करेंगे पुरुष
METOO के बाद अब पुरुषों ने चलाया MENTOO का अभियान, खुद पर हुए यौन उत्पीड़न का करेंगे खुलासा
महिला उत्पीड़न के खिलाफ शुरू हुए METOO अभियान’ के बाद अब पुरुषों ने भी कमर कस ली है। METOO की तर्ज पर 15 लोगों के एक समूह ने MENTOO आंदोलन की शुरुआत करते हुए पुरुषों से कहा कि वे महिलाओं के हाथों अपने यौन शोषण के बारे में खुलकर बोलें।
इस अभियान में पुरुष आपबीती बता रहे हैं, जिनके साथ महिलाओं ने यौन उत्पीड़न किया है। इस अभियान की खास बात यह है कि इसमें पुरानी घटनाओं को नज़रअंदाज़ कर हाल ही में हुई घटनाओं को उठाया जा रहा है। इन लोगों में फ्रांस के एक पूर्व राजनयिक मजूरियर भी शामिल हैं, मजूरियर पर अपनी ही बेटी का यौन शोषण करने का आरोप था। इन्हें 2017 में यौन उत्पीड़न के एक मामले में अदालत ने बरी कर दिया था।
People think only women are sexually assaulted. I think it's time we all stick up for the men in our lives who should also be heard #MenToo
Raise your voice for #MensCommission #PurushAayog pic.twitter.com/LO3pr70p7f— Barkha Trehan (@trehan_barkha) October 21, 2018
MEN TOO आंदोलन की शुरुआत शनिवार को गैर सरकारी संगठन Childrens Rights Initiative For Shared Parenting (CRISP) ने की है। CRISP के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार वी ने कहा कि किसी निर्दोष को इसमें झूठा आरोप लगाकर फंसाया नहीं जाना चाहिए। महिलाओं के एक आरोप से बहुत से लोगों का सम्मान धूमिल हो सकता है।
कुमार वी ने कहा कि यदि महिलाओं से यौन उत्पीड़न के मामले सच हैं तो उन्हें कानूनी लड़ाई लड़नी चाहिए। सोशल मीडिया पर घटना का जिक्र कर न्याय की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि METOO का फायदा उठा कर झूठा आरोप लगाने वाली महिलाओं को सजा मिलनी चाहिए।
इस अभियान का उद्देश्य उन पुरुषों की समस्याओं को हल करना है, जो महिलाओं के शोषण का शिकार होने के बाद भी आवाज़ नहीं उठाते हैं।