बिहार : गांधी मैदान में जला बुराई का प्रतीक रावण
पटना, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)| पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शुक्रवार को विजयादशमी (दशहरा) के अवसर पर ‘श्री दशहरा उत्सव’ के मौके पर बुराई और अहंकार के प्रतीक रावण को जलाया गया। इस क्रम में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशालकाय पुतले को जलाया गया। पटना में 64 वर्षो से दशहरा के मौके पर रावण दहन कार्यक्रम का गवाह बने गांधी मैदान में इस वर्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर दशहरा मोहत्सव की शुरुआत की। इसके बाद रामलला की आरती उतारी।
सबसे पहले हनुमान ने सोने की लंका के प्रतीक को जलाया। इसके बाद नीतीश ने प्रतीकात्मक तीर चलाकर रावण के पुतले को जलाया। इसके पूर्व कुंभकर्ण के पुतले और फिर मेघनाद के पुतले में आग लगाई गई। रावण का वध होते ही चारों ओर शंखध्वनि गूंज उठी और सबने एक-दूसरे को दशहरे की शुभकामना दी।
इसके बाद गांधी मैदान में कम प्रदूषण वाली आतिशबाजी की गई।
राजधानी पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग उमड़े। इसके पूर्व राम-रावण युद्ध समेत रामायण के अन्य प्रसंगों के दौरान साउंड इफेक्ट के साथ पात्रों के बीच चला संवाद लोगों को काफी पसंद आया।
इससे पूर्व विभिन्न प्रकार की झांकियां भी निकाली गईं तथा रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मंत्री मंगल पांडेय सहित कई मंत्री और विधायक पहुंचे थे।
कार्यक्रम के दौरान गांधी मैदान की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी।
इसके अलावा पटना जिला के कई अन्य क्षेत्रों सहित राज्य के गया, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सहरसा के अलावा कई क्षेत्रों में भी बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक राम द्वारा रावण का दहन किया गया।